• पाकिस्तान ने सिंध से पंजाब तक जारी किया हाई अलर्ट

Indian Forces Joint Military Exercises, (आज समाज), नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत अगले सप्ताह से पश्चिमी सीमा पर (थार रेगिस्तान और सर क्रीक क्षेत्र के बीच) संयुक्त सैन्य अभ्यास करने वाला है और पाकिस्तान की इससे नींद उड़ गई है। भारत ने विवादित सर क्रीक क्षेत्र (Sir Creek Region) में नोटिस-टू-एयरमेन जारी किया है। गुरुवार (30 अक्टूबर) से 10 नवंबर तक पश्चिमी सीमा पर त्रि-सेवा (tri-service) (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) सैन्य अभ्यास होगा। त्रि-सेवा मतलब देश की तीनों सेनाएं इस एक्सरसाइज में जुटेंगी और इसे ‘त्रिशूल’ (Trishul) नाम दिया गया है। पड़ोसी मुल्क पाक इस कदर भारत के इस प्लान से डर गया है कि उसने सिंध व पंजाब में दक्षिणी कमांड के लिए हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

पाकिस्तान नौसेना प्रमुख ने किया सर क्रीक क्षेत्र का दौरा

पाकिस्तान के रक्षा सूत्र के हवाले से यह खबर सामने आई है। यही नहीं, भारत के युद्धाभ्यास ऐलान के बाद पाकिस्तान नौसेना के प्रमुख एडमिरल नावीद अशरफ (Admiral Naveed Ashraf) ने भारत से सटी समुद्री सीमा पर स्थित विवादित सर क्रीक क्षेत्र का दौरा किया है। सूत्र के अनुसार वह वहां मौजूद पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों पर पहुंचे और जवानों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। पाक रक्षा सूत्र ने बताया कि देश की नौसेना व वायुसेना को किसी भी संभावित खतरे का जवाब देने के लिए स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है।

पड़ोसी मुल्क ने ये एयरपोर्ट्स भी स्टैंडबाय मोड पर रखे

एक रिपोर्ट के मुताबिक, शोरकोट, बहावलपुर, रहीम यार खान, जैकोबाबाद, भोलारी और कराची जैसे एयरपोर्ट्स भी स्टैंडबाय मोड पर हैं। वहीं कराची कोर व बहावलपुर स्ट्राइक कोर को विशेष तैयारियों के लिए सेलेक्ट किया गया है। सूत्र के मुताबिक इसके अलावा पाक सेनाओं की ओर से अरब सागर में गश्त व नौसैनिक गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के ‘त्रिशूल’ का फोकस सर क्रीक-सिंध-कराची अक्ष पर होगा, जिसे पाकिस्तानी ‘पाकिस्तान का गहरा दक्षिण’ मानते हैं। पड़ोसी मुल्क की सेनाएं यहां पूरी तरह चौकसी बरती जा रही है।

पाक अधिकारियों सता रहा इस बात का डर

सूत्रों का कहना है कि दक्षिणी क्षेत्रों में थलसेना, नौसेना और वायुसेना के बीच तालमेल को परखने के मकसद से भारतीय सशस्त्र बलों ने इस सैन्य अभ्यास को डिजाइन किया है। पाक अधिकारियों को इस बात का डर है कि भारत के इस अभ्यास का इस्तेमाल समुद्री चोकपॉइंट्स व कराची से जुड़े तटीय ढांचे को खतरे में डालने के लिए हो सकता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान का लगभग 70 फीसदी व्यापार कराची बंदरगाह और बिन कासिम के जरिये होता है। यही वजह है कि पाकिस्तान के लिए ये दोनों जगहें रणनीतिक तौर पर संवेदनशील हैं।

पाक नेवी चीफ ने ली हर इंच की रक्षा की शपथ

भारत के अभ्यास से ठीक पहले सर क्रीक क्षेत्र में पाकिस्तानी नेवी चीफ के दौरे को भारत सतर्कता से देख रहा है। एडमिरल अशरफ ने अपने दौरे के दौरान सर क्रीक से जिवानी तक पाकिस्तानी की समुद्री सीमाओं के हर इंच की रक्षा की शपथ ली, जो इस क्षेत्र पर पाकिस्तान के बढ़ते रणनीतिक फोकस को दिखाता है।

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