कहा, इस वित्त वर्ष में 6.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी आगे
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : लगातार बदल रहे वैश्विक परिदृश्य और अमेरिका द्वारा टैरिफ को लेकर लगातार जारी किए जा रहे बयानों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर आई है। एक तरफ जहां भारतीय सरकार और आरबीआई इसे मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील हैं वहीं इसके विकास को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भी सकारात्मक रुख जताया है।
आईएमएफ ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-2026 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। मजबूत उपभोग और सार्वजनिक निवेश को बढ़ावा मिलने से वृद्धि दर में इजाफा होगा। इससे देश में स्थिर विकास को गति मिलेगी। आईएमएफ ने विश्व आर्थिक परिदृश्य (डब्ल्यूईओ) में कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर में इजाफा अप्रैल के पूवार्नुमान की तुलना में अधिक बेहतर स्थिति को दर्शाता है। भारत के लिए आंकड़े और अनुमान वित्तीय वर्ष (ऋ) के आधार पर प्रस्तुत किए जाते हैं। भारत में विकास अनुमान 2025 के लिए 6.7 प्रतिशत और 2026 के लिए 6.4 प्रतिशत हैं।
ब्रिटेन के बाद जल्द होगा न्यूजीलैंड के साथ एफटीए
फरवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिका के राष्टÑपति बनने के बाद से वैश्विक व्यापार और सभी देशों के आपस में व्यापारिक रिश्ते तेजी से बदले हैं। एक तरफ जहां अमेरिका ने विश्व की सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर नई टैरिफ दरें लागू करने की घोषणा कर दी है वहीं भारत सहित सभी देश इस दबाव से बाहर निकलने के लिए तेजी से अपनी रणनीति में बदलाव कर रहे हैं।
भारत भी वर्तमान में अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर लगातार वार्ता कर रहा है हालांकि अभी यह वार्ता किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंची है लेकिन उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर रिश्ते सुगम और सरल बने रहेंगे। वहीं भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं वहीं भारत अब आने वाले दिनों में न्यूजीलैंड के साथ एफटीए पर हस्ताक्षर करने जा रहा है। दोनों देशों के बीच दो दौर की वार्ता हो चुकी है और दोनों देश एक दूसरे के साथ व्यापार बढ़ाने को लेकर पूरी तरह से सकारात्मक हैं। दोनों के बीच तीसरे और अंतिम दौर की वार्ता सितंबर में होने की संभावना है।