पीएम मोदी ने गुजरात के हंसलपुर में ई-विटारा को एक्सपोर्ट के लिए फ्लैग-आॅफ किया
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी गुजरात यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन कहा कि वह दिन दूर नहीं है जब पूरी दुनिया की सड़कों पर भारत में निर्मित इलेक्ट्रिक कारें भागेंगी। यह वह समय है जब भातर वैश्विक आर्थिक चुनौतियों से लड़ता हुआ अपने स्वर्णिम भविष्य की तरफ कदम रख रहा है। पीएम मोदी ने इस दौरान हंसलपुर में ई-विटारा को एक्सपोर्ट के लिए फ्लैग-आॅफ किया। ये मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार है। ये गाड़ी पूरी तरह से भारत में ही बनी है और इसे 100 से ज्यादा देशों, जैसे यूरोप और जापान में निर्यात किया जाएगा।
मेक इन इंडिया का नया अध्याय शुरू हुआ
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मेक इन इंडिया में नया अध्याय जुड़ा है। अब विदेशों में चलने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर भी मेड इन इंडिया लिखा होगा। इस कार में दो बैटरी पैक आॅप्शन मिलेंगे। कंपनी का दावा है कि कार एक बार फुल चार्ज करने पर 500 किलोमीटर से ज्यादा चलेगी। इसका प्रोडक्शन फरवरी-2025 से सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट में हो चुका है।
पीएम ने विश्व को दिया खास संदेश
इस दौरान अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि गणेश उत्सव के इस उल्लास में आज भारत की मेक इन इंडिया में नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत को डेमोग्राफिक एडवांटेज है। हमारे पास स्किल वर्कफोर्स का बड़ा पूल है। जो हमारे हर पार्टनर के लिए विन-विन सिचुएशन बनाता है। जापान की सुजुकी कंपनी भारत में मैनुफैक्चरिंग कर रही है। जो गाड़ियां बन रही हैं वो वापस जापान को एक्सपोर्ट की जा रही हैं। एक तरह से मारुति सुजुकी कंपनी मेक इन इंडिया की ब्रांड एम्बेसडर बन चुकी है।
पैसा किसी का भी लगे, मुझे इससे कोई लेना देना नहीं है। वो चाहे डॉलर हो या पॉन्ड हो या और करेंसी हो, लेकिन इससे जो प्रोडक्शन हो उसमें पसीना मेरे देशवासियों का होगा। जो प्रोडक्शन होगा उसमें महक मेरे देश की मिट्टी की होगी।
आज पूरी दुनिया, भारत की ओर देख रही है। ऐसे समय में कोई भी राज्य पीछे नहीं रहना चाहिए। हर राज्य को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। हिंदुस्तान आने वाले निवेशकों को इतना कन्फ्यूजन होना चाहिए कि वे सोचें, मैं इस राज्य में जाऊं या उस राज्य में।
ये भी पढ़ें : US Tariff on India : कैसे बदला भारत और अमेरिका के रिश्तों का स्वरूप