अमेरिकी टैरिफ से सीखा सबक, अब एक देश पर नहीं रहेगी निर्भरता, विश्व के दर्जनों देशो के साथ व्यापार वार्ता जारी
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : वर्ष 2025 पूरे विश्व के लिए व्यापारिक दृष्टि से उथल-पुथल भरा रहा। इस दौरान अमेरिका द्वारा घोषित की गई नई टैरिफ नीति से न केवल विश्व व्यापार युद्ध की आंशका पैदा हुई बल्कि एक और आर्थिक मंदी की संभावना भी बन गई। लेकिन समय रहते अमेरिका ने कुछ ढील दे दी जिसके बाद हालात कुछ सुधर गए। लेकिन इसी बीच अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत उच्च टैरिफ लगा दिया। इस टैरिफ के चलते भारत का अमेरिका को होने वाला निर्यात काफी हद तक प्रभावित हुआ।
भारत की विश्व के अनेक देशों से चल रही वार्ता
इसके बाद भारत ने सबक सीखते हुए विश्व के अन्य ऐसे देशों के साथ मुक्त व्यापार देशों के साथ वार्ता तेजी से शुरू की जो पिछले कई दशकों से लटकी हुई थी। इनमें यूरोपीय संघ, इंग्लैंड, कनाडा, न्यूजीलैंड और कई अफ्रीकी देश प्रमुख हैं। इन सभी से वार्ता लगभग अंतिम दौर में चल रही है और 2026 से इन देशों के साथ भारत का मुक्त व्यापार समझौते के तहत व्यापार शुरू होने की पूरी संभावना है।
भारत दौर पर है न्यूजीलैंड का दल
इस संबंधी जानकारी देते हुए उद्योग मंत्री ने पिछले दिनों बताया था कि न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टॉड मैक्ले शुक्रवार को दिल्ली आने वाले हैं, ताकि दोनों देशों के बीच एफटीए वार्ता को अंतिम रूप दिया जा सके। वहीं, ओमान के साथ व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) पर तीन प्रमुख दौरों में सहमति बनने के बाद अब कैबिनेट मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है।
मालदीव और कतर के साथ भी जारी है बातचीत
मालदीव के साथ जुलाई 2025 में टीओआर पर हस्ताक्षर किए गए, और अब दोनों देश औपचारिक बातचीत शुरू कर चुके हैं। इसी तरह भारत और कतर के बीच भी टीओआर को अंतिम रूप देने की कवायद जारी है। खाड़ी सहयोग परिषद के साथ भी इसी दिशा में काम किया जा रहा है। गोयल ने कहा कि कई देश भारत के साथ व्यापारिक साझेदारी में रुचि दिखा रहे हैं क्योंकि भारत आज वैश्विक व्यापार और निवेश के लिए एक आकर्षक केंद्र बन चुका है।
इन देशों के साथ भी वार्ता जारी
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, ओमान के साथ सीईपीए पर 2023 से 2025 तक पांच दौरे की लंबी बातचीत के बाद टेक्स्ट और बाजार पहुंच को लेकर दोनों देशों के बीच सहमति बन चुकी है। अब अंतिम कैबिनेट नोट संबंधित मंत्रालयों को भेजा गया है और दोनों पक्ष आंतरिक मंजूरियों की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस बीच, गोयल ने बताया कि इस्राइल के साथ भी व्यापार वार्ता तेज हो गई है। भारत और इस्राइल ने 2025 में टीओआर (संदर्भ की शर्तों) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बाद एफटीए वार्ता के औपचारिक पुनरारंभ की प्रक्रिया शुरू हो गई है।