वैश्विक आर्थिक झटकों का भारत की अर्थव्यवस्था पर केवल अल्पकालिक प्रभाव ही पड़ा

Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : वर्तमान में भारत आर्थिक मोर्चे पर कई जगह लड़ रहा है। सबसे बड़ी चुनौती अमेरिका द्वारा पिछले माह लगाए गए टैरिफ से निपटने की है। हालांकि भारत सरकार ने इससे निपटने और आर्थिक सुधारों को बनाए रखने के लिए जीएसटी दरों में बदलाव का फैसला लिया है जोकि देश की अर्थव्यवस्था को नई गति व दिशा प्रदान करेगा। वहीं वैश्विक आर्थिक एजेंसियां इस बात को लेकर पूरी तरह से आशावान हैं कि भारत इस चुनौती से जल्द पार पा लेगा।

भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर एसएंडपी ने यह रिपोर्ट की पेश

वैश्विक आर्थिक झटकों के असर से भारत की विकास दर पर अल्पकालिक दबाव दिख रहा है, लेकिन देश की दीर्घकालिक वृद्धि की कहानी बरकरार है। एसएंडपी ग्लोबल इंडिया रिसर्च की एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने बुनियादी ढांचे के विकास और प्रक्रियाओं में सुधार के माध्यम से अपनी स्थिति मजबूत की है। इससे विकसित देशों की तुलना में भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया है। वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच, भारत की वृद्धि मजबूत है और यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी हुई है। वित्त वर्ष 2025-26 में इसकी जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

भारत की वैश्विक व्यापार में अधिक भागीदारी

इसमें कहा गया है कि भारत वैश्विक व्यापार में अधिक भागीदारी को प्रोत्साहित करेगा, जिससे आर्थिक वृद्धि, पूंजी आकर्षण और रोजगार सृजन के अवसर बढ़ेंगे। हालांकि, इसके लिए केंद्र, राज्य और नौकरशाही स्तर पर सुधार जरूरी बताए गए हैं, ताकि एक अधिक संगठित प्रणाली तैयार हो सके।

हम जल्द ही 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेंगे

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यह विश्वास जताया है कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से विकास कर रही है और आगे भी करती रहेगी। चुनौतियों के बावजूद वैश्विक व्यापार में देश के मजबूत प्रदर्शन को रेखांकित करते हुए मंत्री ने कहा कि कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर चर्चा आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती ताकत है। हम अमृतकाल में चार ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से 30 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं। यह स्पष्ट रूप से दशार्ता है कि भारत व्यापार करने के लिए एक उपयुक्त स्थान है। दुनिया भारत के साथ मिलकर काम करना चाहेगी।