भारतीय शेयर बाजार में करीब तीन हजार अंक की तेजी, वहीं पाकिस्तान शेयर बाजार भी 10 हजार से ज्यादा अंक ऊपर चढ़ा

Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : कहते हैं कि युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं होता। जब भी युद्ध होता है तो सबसे ज्यादा बुरा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। यह उस समय देखने को आया जब पिछले दिनों भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के चलते दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हो गए। युद्ध का सकेंत मिलते ही सबसे पहले दोनों देशों के शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई।

हालांकि भारतीय शेयर बाजार में ज्यादा गिरावट देखने को नहीं मिली लेकिन पाकिस्तान का शेयर बाजार दो ही दिन में 10 हजार से ज्यादा अंक लुढ़क गया। वहीं शनिवार को जब दोनों देशों ने सीजफायर का ऐलान किया तो उसके बाद सोमवार को भारत और पाकिस्तान के शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखा गया। एक तरफ जहां भारतीय शेयर बाजार दिन का कारोबारी समय खत्म होने के समय करीब तीन हजार अंक की मजबूती के साथ बंद हुआ वहीं पाकिस्तान के शेयर बाजार में भी 10 हजार से ज्यादा अंकों की बढ़त दिखाई दी।

पाकिस्तानी शेयर बाजार में इतनी गिरावट आई थी

इससे पहले पहलगाम हमले के जवाब में भारत की ओर से की गई एयरस्ट्राइक के बाद 7 और 8 मई के दो दिन में इसमें 10,000 अंक (करीब 11%) से ज्यादा की गिरावट आई थी। वहीं सोमवार को पाकिस्तानी शेयर बाजार में मजबूती के पीछे इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) के बोर्ड ने 9 मई को क्लाइमेट रेजिलिएंस लोन प्रोग्राम के तहत पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर (करीब 12 हजार करोड़) का नया लोन दे दिया।

साथ ही, एक्सटेंडेड फंड फैसिलिटी के तहत मिल रहे 7 बिलियन डॉलर (करीब 60 हजार करोड़) की मदद की पहली समीक्षा को भी मंजूरी दे दी। इससे पाकिस्तान को अगली किस्त के 1 बिलियन डॉलर (करीब 8,542 करोड़) मिलेंगे। वहीं शनिवार 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा की गई थी।

भारतीय बाजार में भी साल की सबसे बड़ी तेजी

सीजफायर की घोषणा के बाद आज 12 मई को सेंसेक्स करीब सोमवार को सेंसेक्स 2,975.43 अंक या 3.74 प्रतिशत की बढ़त के साथ 82,429.90 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 916.70 अंक या 3.82 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,924.70 अंक पर बंद हुआ।

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