कहा, दोनों देश जल्द करेंगे एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर, दोनों देशों के बीच व्यापार 500 बिलियन डॉलर तक बढ़ाना है लक्ष्य
Business News Hindi (आज समाज), बिजनेस डेस्क : एक तरफ जहां विश्व के ज्यादात्तर देश अमेरिका द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए नए टैरिफ से परेशान हैं। इसी बीच भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक अहम व्यापार समझौता हो सकता है। इसको लेकर दोनों देशों के बीच वार्ता चल रही है। दोनों देशों के वित्त मंत्रियों की निगरानी में आर्थिक जानकारों का प्रतिनिधिमंडल इस समझौते को लेकर अंतिम रूप देने को तैयार है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ बातचीत अच्छी दिशा में आगे बढ़ रही है। दोनों देश जल्द ही समझौता कर लेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विश्व के सबसे बड़े दो लोकतांत्रिक देश मिलकर आगे बढ़ेंगे।
समझौते को लेकर यह बोले अमेरिकी वाणिज्य मंत्री
अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा कि ट्रंप प्रशासन ने भारत के साथ एक व्यापार समझौते पर काम किया है, लेकिन इसकी घोषणा करने के लिए अमेरिका भारत के प्रधानमंत्री और संसद की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। लुटनिक ने कहा कि मैंने एक सौदा कर लिया है, लेकिन अब मुझे उनके प्रधानमंत्री और उनकी संसद की मंजूरी का इंतजार करना है। वहीं इस सप्ताह की शुरूआत में, अमेरिकी ट्रेजरी मंत्री स्कॉट बेसेंट ने भी भारत-अमेरिका के बीच जल्द व्यापार समझौते की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले पहले देशों में से एक हो सकता है, हालांकि उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी।
पीएम मोदी और ट्रंप ने फरवरी में जताई थी इच्छा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी में अमेरिका में राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने जल्द से जल्द व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर सहमति व्यक्त की। इसके अलावा, दोनों नेता टैरिफ पर चल रहे मतभेदों को सुलझाने के उद्देश्य से चर्चा करने पर भी सहमत हुए थे। हालांकि, भारत ने अमेरिका को आकर्षित करने के लिए ऊर्जा और रक्षा खर्च के क्षेत्र में कई रियायतें दी हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत पर किसी भी समझौते के लिए दबाव नहीं डाला जाएगा और देश अपने लोगों के हितों को सबसे पहले रखेगा।
ट्रंप ने भारत पर लगाया था 26 फीसदी टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले भारत पर 26 फीसदी पारस्परिक टैरिफ लगाया था। बाद में कई देशों के साथ व्यापार समझौतों पर बात करने के लिए टैरिफ पर 90 दिनों की रोक की घोषणा कर राहत दी थी। इसके बाद, फरवरी में भारत और अमेरिका ने व्यापार समझौते के पहले चरण पर काम शुरू करने पर सहमति जताई, जिसका लक्ष्य इस साल के अंत तक इसे पूरा करना और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक बढ़ाना है।