कई सालों तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करती रही महिला, आयकर विभाग में जमा नहीं किया पैसा
Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में एक बिजनेसमैन से 62 लाख रुपए हड़प लिए। यह रकम चार्टड एकाउंटेंट (सीए) कंपनी की एक महिला कर्मचारी ने हड़पी। महिला कई सालों तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करती रही, लेकिन उसने पैसा आयकर विभाग में जमा नहीं किया गया। मामले का खुलासा तब हुआ जब बिजनेसमैन के पास रिर्टन ना भरे जाने का नोटिस आया।

उसने रसीदों की जांच की तो सब फर्जी निकली। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। फरीदाबाद पुलिस को दी शिकायत में सेक्टर 14 के रहने वाले सुधीर रतड़ा ने बताया कि उनकी दो फर्म मैसर्स राघव मिनलर्स के नाम से गांव गोठरा मोहब्बताबाद में और दूसरी फर्म राधा कृष्णा इंटरप्राइजेज बेटे राघव रत्रा के नाम संचालित है।

मैसर्स रामपाल कंपनी द्वारा भरी जाती थी टैक्स रिटर्न

उन्होंने बताया कि मेरे खुद, बेटे राघव और पत्नी गीता के खातों की सालाना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल और बिजनेस की अकाउंट बुक लिखना व इनकम टैक्स, वैट, जीएसटी आदि का काम नेहरू ग्राउंड स्थित सीएम कंपनी, मैसर्स रामपाल कंपनी द्वारा टैक्स रिटर्न भरी जाती थी। सीए रामपाल ही इसे भरा करते थे।

रामपाल की मौत के बाद पूजा सबलोक ने संभाला काम

सुधीर रतड़ा ने बताया कि सीए रामपाल के आॅफिस में 2015 से पूजा सबलोक नामक महिला काम कर रही थी। साल 2020 तक उनका हर काम सही तरीके से हो रहा था, लेकिन वर्ष 2020-21 में सीए रामपाल की तबीयत खराब रहने के दौरान महिला पूजा रामपाल फर्म को संभालने लगी। वर्ष 2022 में रामपाल की मौत हो गई है। जिसके बाद पूजा ने पूरा काम संभाल लिया। चूंकि कंपनी हमारी कई साल से रिटर्न फाइल कर रही थी इससे पूजा पर भी विश्वास कर लिया।

2021 से लेकर 2024 तक इनकम टैक्स विभाग में जमा नहीं कराई राशि

सुधीर रतड़ा ने महिला पूजा पर आरोप लगाया है कि आयकर विभाग में रिटर्न फाइल करने के दौरान मेरी आईडी मेल ना देकर खुद की मेल आईडी बगैर अनुमति के दे दी। आरोप है कि पूजा सबलोक उनकी दोनों फर्म और खुद की आईटीआर भरती रही और बार- बार डिमांड राशि भेजकर पैसे लेती रही। उनका कहना है कि साल 2021-22, 2022-23, 2023-24 तक इनकम टैक्स विभाग के डर के कारण महिला द्वारा मांगी जा रही टैक्स राशि को जमा कराते रहे। लेकिन उक्त रकम इनकम टैक्स विभाग में नहीं जमा की गई।

पूजा द्वारा दी गई रसीदें निकली फर्जी

सुधीर रतड़ा ने बताया कि उनके पास जब साल 2021 से 2024 तक रिर्टन ना भरे जाने का नोटिस आया तो वह हैरान हो गया। क्योंकि उन्होंने उक्त समय का पूरा रिटर्न फाइल किया था। पीड़ित ने जब पूजा द्वारा दी गई रकम की रसीदों की जांच कराई तो पता चला कि सभी रसीदें फर्जी है। रतड़ा ने बताया कि आरोपी पूजा उनसे, बेटे और पत्नी की आईटीआर और कंपनी की आईटीआर के एवज में 62 लाख 23 हजार 465 रुपए का गबन कर चुकी है।

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