How to Make Tea, आज समाज, नई दिल्ली: भारत में, 90% से ज़्यादा लोग चाय के शौकीन हैं। कई लोग दिन में 2-3 कप चाय का आनंद लेते हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि ज़्यादातर लोग इसे गलत तरीके से बनाते हैं। सच तो यह है कि चाय का स्वाद न सिर्फ़ सामग्री पर निर्भर करता है, बल्कि उन्हें डालने के क्रम और समय पर भी निर्भर करता है। आइए जानें एक बेहतरीन कप चाय बनाने का सही तरीका।

परफेक्ट चाय बनाना क्यों ज़रूरी है

ज़्यादातर लोग मानते हैं कि चाय बनाना आसान है—बस पानी, दूध, चीनी और चाय की पत्ती डालकर उबाल लें। लेकिन असल में, चाय एक कला है। अगर इसे सही तरीके से बनाया जाए, तो इसका स्वाद और भी गाढ़ा और मुलायम हो जाता है। अगर इसे गलत तरीके से बनाया जाए, तो यह न सिर्फ़ स्वाद, बल्कि आपके स्वास्थ्य और मूड को भी प्रभावित कर सकता है।

चरण 1: पानी और चाय की पत्ती से शुरुआत करें

हमेशा पानी से शुरुआत करें। एक बर्तन में पानी डालें और उसे उबाल आने दें। जब उसमें बुलबुले आने लगें, तो उसमें चाय की पत्ती डालें और लगभग 5 मिनट तक उबलने दें। तेज़ सुगंध और स्वाद के लिए अदरक या इलायची जैसी अतिरिक्त सामग्री डालने का भी यही सबसे अच्छा समय है।

चरण 2: चीनी कब डालें

दूध के बाद चीनी डालना सबसे आम गलतियों में से एक है। सही समय चाय की पत्तियों के पानी में घुल जाने के बाद है। स्वाद अच्छी तरह मिल जाने पर, चीनी डालें और उसे पूरी तरह घुलने दें।

चरण 3: दूध डालने का सही समय

चीनी के घुल जाने के बाद, दूध डालें। अब चाय को धीमी आँच पर लगभग 5 मिनट तक उबलने दें। धीरे-धीरे, रंग गहरा होता जाएगा और स्वाद पूरी तरह से संतुलित हो जाएगा। यही गाढ़ी और स्वादिष्ट चाय बनाने का असली राज़ है।

लोग अक्सर कुछ गलतियाँ करते हैं

सब कुछ एक साथ डालने से – पानी, दूध, चीनी और चाय की पत्तियों को एक साथ मिलाने से स्वाद खराब हो जाता है।

ज़्यादा उबालना – ज़्यादा उबालने से चाय स्वादिष्ट लगती है, लेकिन असल में यह कड़वी हो जाती है और एसिडिटी पैदा कर सकती है।

ज़्यादा पत्तियां डालने से – ज़्यादा पत्तियां डालने से यह तीखी हो जाती है और पाचन को नुकसान पहुँचा सकती है।

चाय और स्वास्थ्य

एक अच्छी तरह से बनी चाय मन को तरोताज़ा करती है, ऊर्जा बढ़ाती है और मूड को बेहतर बनाती है। वहीं दूसरी ओर, गलत तरीके से बनाई गई चाय पेट की समस्याओं और एसिडिटी का कारण बन सकती है। इसलिए चायपत्ती, दूध और चीनी का संतुलित मात्रा में और सही क्रम में इस्तेमाल करना ज़रूरी है।