शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से करना चाहिए दीपदान
Dhanteras Deepdaan, (आज समाज), नई दिल्ली: कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है और खरीदारी करने का भी खास महत्व होता है। वहीं, धनतेरस पर शाम को शुभ मुहूर्त में विधि-विधान से दीपदान भी जरूर करना चाहिए। यमराज के नाम का दीपक जलाने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पूरे परिवार की अकाल मृत्यु से रक्षा होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में आइए विस्तार से जानें धनतेरस पर दीपदान करने की विधि, मंत्र और शुभ मुहूर्त।

दीपदान का शुभ मुहूर्त

18 अक्टूबर, शनिवार को दीपदान करने का शुभ मुहूर्त प्रदोष काल में शाम के 5 बजकर 47 मिनट से लेकर 7 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। इस अवधि में पूजा और दीपदान करना सबसे उत्तम और फलदायी साबित होगा। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में दक्षिण दिशा की ओर दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय टल जाता है। इसे लेकर यह भी मान्यता है कि धरती से जब पितर वापस जा रहे होते हैं, तो इस दीपक की रोशनी से उन्हें अपना मार्ग नजर आता है, जिससे पितर प्रसन्न होते हैं। ऐसे में परिवार की उन्नति होती है और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

दीपदान कैसे करें?

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस को शाम के समय दीपदान करने का विधान होता है। इसके लिए एक दीपक को तेल से भरकर प्रज्वलित कर लें। इसके बाद, गन्धादि से पूजन करें और अपने घर के मुख्य द्वार पर अन्न का ढेर रखें। फिर, उसके ऊपर दीपक को रख दें। यमराज के नाम का दीपक जलाते समय इस बात का ख्याल रखें की यह रात भर जलते रहना चाहिए और बीच में बिल्कुल भी न बुझे। इस प्रकार धनतेरस के दिन दीपदान अवश्य करना चाहिए।

यम-दीपदान करने का मंत्र और दिशा

धनतेरस के दिन शाम को शुभ मुहूर्त में एक पात्र में मिट्टी के दीपक रखें और उन्हें तिल के तेल से भर लें। इसके बाद, उनमें नवीन रूई की बाती लगाकर प्रज्वलित करें। अब गन्धादि से पूजन करें और फिर, दक्षिण दिशा की तरफ दीपक का मुंह करके मंत्र का जाप करें।

दीपदान करने का मंत्र

  • मृत्युना दण्डपाशाभ्यां कालेन श्यामया सह, त्रयोदश्यां दीपदानात् सूर्यज: प्रीयतां मम।
  • इस मंत्र के साथ दीपदान करने से यमराज प्रसन्न होते हैं। त्रयोदशी प्रदोष व्यापिनी तिथि को बहुत शुभ माना जाता है। इस बार यह दो दिन पड़ रही है।

यमराज के नाम का दीपक जलाने के लाभ

मान्यता है कि धनतेरस के दिन शाम को यमराज के नाम का दीपक अवश्य जलाना चाहिए। साथ ही, मन में परिवार को अकाल मृत्यु से बचाए रखने की कामना करनी चाहिए। ऐसा करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और पूरे परिवार की अकाल मृत्यु से रक्षा होती है। साथ ही, दीपक को अनाज के ढेर पर रखकर जलाना चाहिए। इस प्रकार अखंड दीया जलाने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।