Himachal Weather Today Update, (आज समाज), शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश के कारण तबाही की ताजा घटना सामने आई है। भारी बारिश ने अब कुल्लू जिले व आसपास के इलाकों में कहर बरपाया है। सोमवार को मूसलाधार बारिश के चलते कई जगह भूस्खलन व बाढ़ आ गई और इससे राज्यभर में प्रमुख राजमार्गों सहित 400 से ज्यादा सड़कें बाधित हो गई हैं। बिजली व जल सेवाएं भी बाधित हो गई हैं। इस बीच दो लोगों की मौत हो गई।

चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर यातायात बाधित

कुल्लू के बंजार, पंडोह व लारजी में भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ के बाद चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया, जिससे लोग फंस गए। कारें बाढ़ के पानी में फंस गईं और पहाड़ियों से लकड़ी मलबे के साथ निचले इलाकों में पहुंच गई। कई जगह पेड़ ढह गए।

दंपति के मारे जाने की घटना चंबा जिले की

चंबा जिले में भरमौर के सुतान्ह गांव में अलसुबह करीब साढ़े तीन बजे भूस्खलन में घर दब गया और इस घटना में नवविवाहित दंपति की मौत हो गई। कपल की पहचान राहुल और पल्लवी के रूप में हुई है। घटना के समय वे सो रहे थे।

मंडी के पनारसा में बाढ़ में में फंसें दर्जनों वाहन

सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक मंडी के पनारसा में दर्जनों वाहन बाढ़ के पानी में फंस गए। मंडी में 242 सड़कें बंद हो गईं, 294 ट्रांसफार्मर खराब हो गए, और 49 जलापूर्ति योजनाएँ बाधित हुईं।

इन जगह स्कूलों को बंद करने का निर्देश

थुनाग उपखंड और शिमला के कुछ हिस्सों में स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। कुल्लू जिले में भी 55 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा इस जिले में 186 ट्रांसफार्मर ठप हैं। कुछ जगहों पर अचानक बाढ़ आने के कारण बड़ी मात्रा में लकड़ी बह गई है।

कुल्लू जिले में 109.1 करोड़ रुपए का नुकसान

इस बीच, बादल फटने, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जी पार्थसारथी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की एक अंतर-मंत्रालयी टीम सोमवार को कुल्लू जिले में पहुँची। यह टीम केंद्र सरकार को अपनी आकलन रिपोर्ट सौंपेगी। कुल्लू के उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने जिले में हुए नुकसान पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। 24 और 25 जून को जीवनाला, सैंज, शिलागढ़ और गड़सा में बादल फटने से कुल्लू जिले में कुल 109.1 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

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