Cloudburst In Kinnaur District, (आज समाज), शिमला: उत्तराखंड के उत्तराकाशी स्थित धाराली गांव (Dharali village) में बादल फटने से हुई तबाही के एक दिन बाद आज हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में इस तरह की घटना ने कहर बरपाया है। किन्नौर जिले के तंगलिंग (Tangling) में बादल फटने की घटना हुई है और इसके कारण इलाके में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) बचाव के काम में जुटी है।
पहाड़ी ढलानों से बड़े-बड़े पत्थर सड़कों पर गिरे
स्थानीय लोगों के अनुसार जब तंगलिंग (Tangling) में बादल फटा, उस दौरान अचानक पहाड़ी ढलानों से पानी व मलबे के साथ बड़े-बड़े पत्थर सड़कों पर गिरते देखे गए। इससे किन्नौर कैलाश यात्रा (Kinnaur Kailash Yatra,) मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और अधिकारियों को तीर्थयात्रा रोकनी पड़ी है। जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना के बाद आईटीबीपी ने 400 से अधिक लोगों को बचाया है।
लोकप्रिय वार्षिक तीर्थयात्रा है किन्नौर कैलाश यात्रा
जानकारी के अनुसार बादल फटने की घटना के बाद आईटीबीपी की 17वीं बटालियन की एक टीम ने 413 किन्नौर कैलाश यात्रियों को बचाया है। जवानों ने रस्सी-आधारित ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक का उपयोग करके तीर्थयात्रियों को सफलतापूर्वक बचाया। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 14 सदस्यीय टीम के साथ समन्वय करके राजपत्रित अधिकारी, चार अधीनस्थ अधिकारियों और आईटीबीपी के 29 कर्मियों ने इस अभियान का नेतृत्व किया। बता दें कि किन्नौर कैलाश यात्रा एक लोकप्रिय वार्षिक तीर्थयात्रा है जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं।
उत्तरकाशी के धाराली गांव में मची है भारी तबाही
गौरतलब है कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले (Uttarkashi district) के धाराली गांव (Dharali village) व हर्षिल में मंगलवार को बादल फटने से विनाशकारी बाढ़ आई थी, जिसमें अब तक कम से कम 4 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। ताजा रिपोर्टों के अनुसार इस घटना के बाद 70 से ज्यादा लोग लापता हैं और सैकड़ों गांव में फंसे हैं। लोगों के घरों के आसपास 25-25 फुट ऊंचा मलबा है जिसके कारण लोग फंसे हुए हैं।
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