Cloudburst In Rampur, Himachal, (आज समाज), शिमला: हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार रात को भारी बारिश के बीच शिमला जिले के रामपुर में बादल फटा और साथ लगती खड्ड में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि इससे किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन घटना से नोगली खड्ड के आसपास रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई और सभी ने भय के माहौल में रात गुजारी।
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रामपुर की स्लेटी खड्ड में तेज हुआ पानी का बहाव
स्थानीय प्रशासन सूचना के बाद मौके पर पहुंचा और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों के अनुसार बादल फटने से रामपुर स्थित स्लेटी खड्ड में पानी का प्रवाह तेज होने से बाढ़ की स्थिति बन गई। इससे साथ लगती कुछ पंचायतों के लोग घबरा गए और आधी रात को घरों से बाहर आए गए। शांदल गांव की स्लेटी खड्ड तीन पंचायतों से होकर नोगली तक करीब 5 किमी लंबी है। एक गौशाला में पानी भरने से नुकसान हुआ है। जलशक्ति विभाग की पेयजल पाइपों को भी भारी नुकसान हुआ है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है।
दरशाल-बठेड़ा पुल को पहुंचा है नुकसान
स्थानीय लोगों का कहना है कि खड्ड का प्रवाह तेज होने से दरशाल-बठेड़ा पुल को नुकसान पहुंचा है। बता दें कि हिमाचल में बीते कई दिन से हो रही भारी बारिश के कारण कई जगह लगातार भूस्खलन और अचानक बाढ़ आई है। भारी बारिश की वजह से किन्नरू कैलाश यात्रा (Kinnaru Kailash Yatra) को भी स्थगित कर दिया गया है। मार्ग पर 413 तीर्थयात्री फंस गए थे। अधिकारियों ने कहा सभी श्रद्धालुओं को बचा लिया गया है।
भारी बारिश के कारण प्रदेश में 617 सड़कें बाधित
हिमाचल आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक प्रदेश में चार राष्ट्रीय राजमार्गों, पुराना हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग (एनएच 05), चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 21), औट-सैंज मार्ग (एनएच 305) और मंडी-धरमपुर (एनएच 3) सहित 617 सड़कें कट गई हैं। इनमें में से अकेले मंडी जिÞले में 377 और कुल्लू जिÞले में 90 सड़कें हैं।
उत्तराखंड :धराली में राहत एवं बचाव का काम जारी
दूसरी तरफ पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिÞले के धराली में मंगलवार को बादल फटने के बाद जमे कई फीट मलबे में लापता लोगों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि लापता लोग मलबे में दबे हो सकत हैं। अब तक 6 लोगों के शव बरामद किए गए हैं और 100 से ज्यादा लापता बताए गए हैं।
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