- नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
(Gurugram News) गुरुग्राम। मानसून से पहले शहर को जलभराव से बचाने की दिशा में नगर निगम गुरुग्राम ने सक्रियता से कार्य कर रहा है। सोमवार को निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि जलभराव संभावित स्थलों की सूची तैयार कर उसे पार्षदों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों और आम जनता के साथ सांझा किया जाएगा।
यह सूची नगर निगम की वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर भी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि नागरिक अपने सुझाव, प्रतिक्रिया और अन्य संभावित स्थानों की जानकारी निगम को दे सकें। नगर निगम ने संभावित जलभराव स्थलों पर जूनियर इंजीनियरों की ड्यूटी निर्धारित की है, साथ ही वहां सफाईकर्मियों और सीवर कर्मियों को भी लगाया गया है। निगमायुक्त ने निर्देश दिए कि जीएमडीए के सीवरेज व ड्रेनेज नेटवर्क को नगर निगम के आंतरिक नेटवर्क से जोडऩे वाले बिंदुओं पर किसी भी बाधा को 30 मई तक दूर कर लिया जाए।
सभी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम मानसून से पहले पूरी तरह कार्यशील कराए जाएंगे
बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम मानसून से पहले पूरी तरह कार्यशील कराए जाएंगे। इसके अलावा सभी मैनहोल्स की मरम्मत और कवर की स्थिति की जांच कर उन्हें दुरुस्त करने के आदेश संबंधित अधिकारियों को दिए गए। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित पानी का उपयोग पार्कों, ग्रीन बेल्ट्स और निर्माण कार्यों में बढ़ाने की दिशा में भी कदम उठाने के निर्देश बैठक में दिए गए।
वहीं, जन शिकायतों को लेकर निगमायुक्त ने सभी संयुक्त आयुक्तों को समय सीमा में समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में बताया गया कि निगम द्वारा स्ट्रीट लाइटों की ऑनलाइन निगरानी प्रणाली को इस वर्ष के अंत तक लागू करने की दिशा में भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। साथ ही, विज्ञापन राजस्व बढ़ाने के लिए नई साइट चिन्हित कर नीलामी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश निगमायुक्त द्वारा दिए गए।
अवैध विज्ञापनों पर कार्रवाई भी तेज की जाए
उन्होंने कहा कि अवैध विज्ञापनों पर कार्रवाई भी तेज की जाए। बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि आगामी मानसून के दौरान शहर में जलभराव की समस्या न हो। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी संभावित जलभराव स्थलों पर समय रहते आवश्यक कार्रवाई पूरी की जाए।
निगमायुक्त ने यह भी कहा कि हर मैनहोल दुरुस्त हो और उन पर उचित कवर लगा हो, ताकि जल निकासी बाधित न हो और दुर्घटनाओं की संभावना न रहे। बैठक में निगमायुक्त ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बना रहे और ग्राउंड स्तर पर काम की मॉनिटरिंग निरंतर होती रहे।
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