• आरोपी पहले भी खुद को राजनीतिक प्रभाव वाला बताकर कर चुका है धोखाधड़ी
  • पेट्रोल पंप दिलवाने के नाम पर 57 लाख की धोखाधड़ी में गया था जेल

(Gurugram News) गुरुग्राम। फर्जी ओएसडी बनकर बिजली बोर्ड के एसडीओ को फोन करने का आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा है। उसने ऐसा फर्जीवाड़ा पहली बार नहीं किया है। वह खुद की राजनीतिक पहुंच बताकर धोखाधड़ी कर चुका है। उनसे पेट्रोप पंप दिलवाने के नाम पर 57 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। इस मामले में वह जेल भी जा चुका है।

जानकारी के अनुसार एक अप्रैल 2025 को थाना सेक्टर-56 में सीएम हरियाणा का फर्जी ओएसडी बनकर बिजली बोर्ड के एसडीओ को बिजली के पोल हटवाने के संबंध में कॉल करने की शिकायत दी गई। शिकायत पर थाना सेक्टर-56 में केस दर्ज करके जांच शुरू की गई। पुलिस टीम ने इस मामले में एक आरोपी को नाथूपुर जिला गुरुग्राम से काबू किया है। आरोपी की पहचान अमित चौधरी पुत्र राजपाल (39) निवासी नाथूपुर के रूप में हुई।

बिजली विभाग के एसडीओ को झूठा फोन करके धमकाया

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि कि वह अक्सर खुद को समाज में राजनीतिक प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत करता है। इसी के चलते उसके एक जानकार ने उससे उसके एक प्लाट के पास बिजली के खंभों को हटवाने बारे में कहा। उसने खुद का राजनीतिक प्रभाव दिखाने के लिए खुद को सीएम का ओएसडी बताकर बिजली विभाग के एसडीओ को झूठा फोन करके धमकाया था। आरोपी द्वारा ट्रयू कॉलर पर खुद की प्रोफाइल इसी धोखाधड़ी के लिए फर्जी बनाई गई थी।

पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी पंचकूला में पहले भी खुद को राजनीतिक प्रभावशाली बता कर किसी व्यक्ति को पेट्रोल पंप दिलवाने के नाम पर 57 लाख रुपए की ठगी के मामले में जेल जा चुका है। आरोपी के खिलाफ चेक बाउंस के दो अलग-अलग मामले भी न्यायालय में विचाराधीन हैं। पुलिस ने आरोपी के कब्जा से वारदात में प्रयोग किया गया मोबाइल फोन बरामद किया है।

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