विशेषज्ञों ने कहा, बदलते वैश्विक परिवेश में जरूरी था यह बदलाव

GST New Rates Effect (आज समाज), बिजनेस डेस्क : जीएसटी काउंसलि ने देश की वित्त मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में लंबे मंथन के बाद जीएसटी दरों में बदलाव को मंजूरी दे दी। इस बदलाव से आम आदमी से लेकर उद्योगपति ने खुशी जताई है और इसे देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही अच्छा संकेत बताया है। गुरुवार को जीएसटी दरों में बदलाव की तस्वीर साफ हो जाने के बाद विशेषज्ञों ने जीएसटी सुधारों को विकास के लिए सकारात्मक बताया। उनका मानना है कि यह अमेरिकी टैरिफ से होने वाले कुछ नुकसान की भरपाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से निश्चित रूप से आर्थिक विकास दर में और भी सुधार होगा।

जीएसटी सुधार से कैसे होगा लाभ

आर्थिक विशेषज्ञों ने जीएसटी स्लैब और दर युक्तिकरण के साथ-साथ प्रक्रिया में सुधार को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया। जीएसटी की नवीनतम घोषणा से मुद्रास्फीति कम हुई है, विकास बढ़ा है, उपभोक्ता भावना में सुधार हुआ है, राजकोषीय समेकन का मार्ग बाधित नहीं हुआ है, व्यापार करने में आसानी हुई है और टैरिफ के प्रतिकूल प्रभावों में आंशिक रूप से कमी आई है।

दूसरी छमाही में मामूली राजस्व हानि होने की संभावना

सरकार का अनुमान है कि जीएसटी दर में कटौती से सरकार के खजाने पर शुद्ध रूप से 48,000 करोड़ रुपये का वित्तीय बोझ पड़ेगा। आईसीआरए लिमिटेड की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि त्योहारी अवधि की शुरूआत में जीएसटी युक्तिकरण के अपेक्षा से पहले कार्यान्वयन को देखते हुए, इस वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में मामूली राजस्व की हानि होने की संभावना है। इसके लिए अन्य राजस्व जुटाने या व्यय-बचत उपायों की आवश्यकता होगी।

सरकार ने जीएसटी सुधारों को बताया दिवाली का तोहफा

जीएसटी परिषद ने बुधवार को गहन विचार-विमर्श के बाद कई क्षेत्रों में दरों में उल्लेखनीय कटौती को मंजूरी दे दी। इसे सरकार ने देश के लिए दिवाली का तोहफा बताया है। आवश्यक वस्तुओं के मोर्चे पर, रोजमर्रा के घरेलू इस्तेमाल की वस्तुओं की कीमतें अब कम होंगी। जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की दरों को मिलाकर जीएसटी दरों को 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की दो स्लैब में तर्कसंगत बनाने का निर्णय लिया गया।

प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को की थी घोषणा

ज्ञात रहे कि जीएसटी दरों में बदलाव से संबंधित पहली घोषणा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान देश की जनता को संबोधित करते हुए की थी। इस अवसर पर पीएम ने कहा था कि वे जल्द ही देश की जनता को एक बड़ा उपहार देंगे और यह उपहार दिवाली और नवरात्र से पहले होगा। आज जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री ने यह घोषणा की कि नई जीएसटी दरें 22 सिंतबर यानि प्रथम नवरात्र से लागू की जाएंगी।

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