पानीपत। डीसी सुशील सारवान ने जानकारी देते हुए बताया कि 8वें अंतराष्ट्रीय योग दिवस को जिला स्तर पर आगामी 21 जून को भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसके लिए संबधित अधिकारियों को दिशानिर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर अंतराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम को सरकार की हिदायत अनुसार व प्रोटोकॉल को अपनाते हुए आयोजित करवाया जाएगा। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 20 जून तक पांच चरणों में योगा कार्यक्रम के शिविर करवाए जा रहे हैं। जिसका पहला चरण 28 मई से 30 मई तक हो चुका है जबकि दूसरा चरण 1 जून से 3 जून तक हो चुका है।
चौथा चरण जिला स्तर पर 13 जून से 15 जून तक पूर्ण होगा
इस चरण में जिले के सभी स्कूलों के शिक्षकों जैसे शारीरिक शिक्षा, पीटीआई, डीपीई व योग समितियों के योग शिक्षकों एवं आयुष विभाग के विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसी कड़ी में तीसरे चरण में विधानसभा क्षेत्र स्तर पर 9 जून से 11 जून तक योग विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसमें प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी व सरपंच/पंच तथा निर्वाचित सदस्य प्रशिक्षण लेंगे। चौथा चरण जिला स्तर पर 13 जून से 15 जून तक पूर्ण होगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला स्तर पर होगा।
योग दिवस पर होगा भव्य आयोजन : डीसी
स्कूली बच्चे अपने हाथ में योगा स्लोगन के बैनर लेकर चलेंगे
इस कार्यक्रम में सांसद, विधायक व नेहरू युवा केंद्र स्टाफ तथा जन साधारण को योग शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। 20 जून को प्रात: 7 बजे से 8 बजे तक जिला स्तर पर जिला प्रशासन द्वारा पाईलेट रिहर्सल के रूप में मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चे अपने हाथ में योगा स्लोगन के बैनर लेकर चलेंगे। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन जिला स्तर तथा विधानसभा स्तर पर प्रात: 7 बजे से 8 बजे तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में निर्धारित किए गए सभी स्थानों पर सफाई व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओ का उचित प्रबंध सुनिश्चित कर लें, ताकि 21 जून को अंतराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
Chandigarh News: एक प्रभावी पहल के तहत, सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल ने छात्रों और स्टाफ के लिए अग्नि और भूकंप सुरक्षा पर केंद्रित एक सफल मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि स्कूल समुदाय किसी भी आपात स्थिति में तेज़ी और सुरक्षा के साथ प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो।इस आयोजन की तैयारी के अंतर्गत, स्कूल की आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम और एनएसएस स्वयंसेवकों के लिए एक दिन पूर्व विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। इस सत्र में निकासी प्रक्रिया, प्राथमिक उपचार, और समन्वय की भूमिकाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, ताकि ड्रिल के दौरान सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकें। इस पूर्व प्रशिक्षण के चलते स्टाफ और स्वयंसेवक छात्रों का कुशलतापूर्वक मार्गदर्शन कर सके।मॉक ड्रिल की शुरुआत आपातकालीन सायरन से हुई, जिसके बाद सभी छात्रों को शिक्षकों और प्रशिक्षित एनएसएस स्वयंसेवकों के नेतृत्व में चार निर्धारित असेंबली क्षेत्रों में शांतिपूर्वक और व्यवस्थित रूप से पहुँचाया गया। छात्रों ने अनुशासन और सजगता का परिचय देते हुए सभी निर्देशों का पालन किया और सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार सिर को हाथों से ढकते हुए बाहर निकले। यह मॉक ड्रिल पूर्णतः सफल रही, और स्कूल की सुरक्षा व आपातकालीन तैयारी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया। इस अभ्यास ने छात्रों और स्टाफ को व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया और अनपेक्षित परिस्थितियों के लिए तत्पर रहने का महत्व उजागर किया।ड्रिल के बाद, शिक्षकों ने कक्षाओं में छात्रों के साथ चर्चा करते हुए सुरक्षा के मुख्य बिंदुओं को दोहराया। भूकंप सुरक्षा के लिए छात्रों को निम्नलिखित सुझाव दिए गए: भारी वस्तुओं को ठीक से सुरक्षित करें ताकि वे गिरकर चोट न पहुँचाएं, "ड्रॉप, कवर और होल्ड ऑन" अभ्यास को अपनाएं, स्मोक अलार्म की नियमित जांच और परीक्षण करें , यदि कपड़ों में आग लग जाए तो "स्टॉप, ड्रॉप और रोल" तकनीक का प्रयोग करें।सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल नियमित रूप से मॉक ड्रिल्स, सुरक्षा प्रशिक्षण सत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना के माध्यम से एक सुरक्षित और सतर्क शिक्षण वातावरण बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।