एआई कंटेंट की पहचान करना हुआ आसान
Google (आज समाज) नई दिल्ली: गूगल ने मंगलवार को आयोजित अपने वार्षिक डेवलपर सम्मेलन Google I/O 2025 के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी कई नई सुविधाएं और अपडेट्स की घोषणा की। इन्हीं घोषणाओं के बीच टेक कंपनी ने SynthID Detector नाम का एक नया टूल भी पेश किया, जिसका उद्देश्य एआई द्वारा जनरेट किए गए कंटेंट की पारदर्शिता को बढ़ाना है। यह टूल अभी टेस्टिंग चरण में है और गूगल के एआई मॉडल्स की मदद से बनाए गए ऑडियो, वीडियो, इमेज और टेक्स्ट कंटेंट की पहचान कर सकता है।

क्या है SynthID Detector?

गूगल ने पहली बार 2023 में SynthID टेक्नोलॉजी को पेश किया था, जो किसी कंटेंट में एक अदृश्य वॉटरमार्क जोड़ती है। यह वॉटरमार्क न हटाया जा सकता है और न ही बदला जा सकता है। 2024 में गूगल ने इस टेक्स्ट वॉटरमार्किंग तकनीक को ओपन-सोर्स कर दिया था ताकि डेवलपर्स और व्यवसाय इससे लाभ उठा सकें। अब 2025 में कंपनी ने SynthID Detector नामक एक वेरीफिकेशन पोर्टल की टेस्टिंग शुरू की है, जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति यह जांच सकता है कि कोई कंटेंट इंसान ने बनाया है या एआई ने।

मीडिया को स्कैन करता है SynthID Detector

गूगल के अनुसार, यह पोर्टल काफी सरल है। उपयोगकर्ता उस मीडिया को अपलोड कर सकते हैं जिसके बारे में उन्हें शक है कि वह एआई द्वारा बनाया गया है। उसके बाद SynthID Detector उस मीडिया को स्कैन करता है और उसमें मौजूद अदृश्य वॉटरमार्क को पहचानता है। यदि वॉटरमार्क पाया जाता है, तो यह भी दिखाया जाता है कि कंटेंट का कौन-सा हिस्सा एआई से जनरेट हुआ है।