बताया लॉगिन करने का सबसे सेफ तरीका
Google (आज समाज) नई दिल्ली: गूगल ने जीमेल अकाउंट की सुरक्षा को लेकर चेतावनी जारी की है। कंपनी का कहना है कि पुराने पासवर्ड और टू-फैक्टर आॅथेंटिकेशन अब सुरक्षित नहीं हैं। इनकी जगह पासकीज या सोशल साइन-इन जैसे नए विकल्पों का इस्तेमाल करें जो अधिक सुरक्षित हैं। गूगल के अनुसार पासवर्ड याद रखने में मुश्किल होते हैं और फिशिंग का शिकार हो सकते हैं। दरअसल टेक दिग्गज का कहना है कि पासवर्ड अब सेफ नहीं हैं।

गूगल का साफ कहना है कि पासवर्ड को मेन्टेन करना मुश्किल है, पासवर्ड न सिर्फ याद रखने में मुश्किल होते हैं, बल्कि आसानी से फिशिंग का शिकार भी हो सकते हैं। इसके साथ ही यह डेटा लीक के टाइम भी सामने आ जाते हैं। ऐसे में अब गूगल पासकीज जैसे नए आॅप्शन पर स्विच होने की सलाह दे रहा है।

क्या है पासकीज

जो लोग पासकीज के बारे में नहीं जानते, उन्हें बता दें कि यह एक नया लॉगिन सिस्टम है जिसमें पासवर्ड की जगह फिंगरप्रिंट, फेस आईडी या पैटर्न लॉक जैसे बायोमेट्रिक आॅथेंटिकेशन का इस्तेमाल किया जाता है। यह तरीका आपको फिशिंग अटैक से बचा सकता है क्योंकि इसमें यूजर को उसी प्रोसेस से गुजरना पड़ता है जिससे वह स्मार्टफोन को अनलॉक करते हैं।

बुजुर्ग पुराने पासवर्ड सिस्टम को छोड़ने के लिए तैयार नहीं

गूगल की एक रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि युवा पीढ़ी तेजी से पासकी पर स्विच कर रही है और सोशल मीडिया साइन-इन जैसे सुरक्षित आॅप्शंस को अपना रही है, जबकि बुजुर्ग यूजर्स अभी भी पुरानी पासवर्ड सिस्टम को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, जो उनके लिए अधिक जोखिम पैदा कर सकता है।