Gold Loan’s : गोल्ड लोन- गोल्ड लोन के दुरुपयोग पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रस्तावित नए नियमन को लेकर इंडस्ट्री में कई सवाल हैं। इन सभी सवालों का जवाब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ​​ने दिया है। उन्होंने 2.5 लाख रुपये से कम के गोल्ड लोन पर भी राहत का ऐलान किया है।

मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में RBI गवर्नर ने कहा कि 2.5 लाख रुपये तक के गोल्ड लोन पर लोन-टू-वैल्यू (LTV) अनुपात को बढ़ाकर 85% किया जा रहा है, लेकिन इस राशि में ब्याज की राशि भी शामिल होगी। इससे पहले ड्राफ्ट रेगुलेशन में LTV को बढ़ाकर 75% करने का प्रस्ताव था। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी के पास अपने सोने का बिल नहीं है, तो भी वह गोल्ड लोन ले सकेगा। इसके लिए उसे एक घोषणापत्र देना होगा।

लागू करने से पहले हितधारकों के साथ इस पर चर्चा की जाएगी

RBI गवर्नर ने भरोसा दिलाया कि यह सिर्फ एक मसौदा प्रस्ताव है। इसे लागू करने से पहले हितधारकों के साथ इस पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा इसके प्रभाव का विश्लेषण किया जाएगा। इसके बाद ही इसे लागू किया जाएगा। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इन नियमों में कुछ भी नया नहीं है। इसमें सभी पुराने नियमों को समाहित किया जा रहा है। चूंकि कुछ संस्थान इन नियमों का पालन नहीं कर रहे थे, इसलिए इन्हें नए नियमों के रूप में पेश किया जा रहा है।

नियमों को 1 जनवरी 2026 से लागू

आपको बता दें कि वित्त मंत्रालय ने आरबीआई से इन नियमों को 1 जनवरी 2026 से लागू करने को कहा है। अपनी सिफारिशों में वित्त मंत्रालय ने आरबीआई से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि छोटे गोल्ड लोन लेने वालों को कोई परेशानी न हो। मंत्रालय ने 2 लाख रुपये से कम के गोल्ड लोन को प्रस्तावित दिशा-निर्देशों से बाहर रखने की भी सिफारिश की है ताकि ऐसे लोगों को कम समय में लोन की रकम मिल सके।