विशेषज्ञों को व्यापार में बहुत ज्यादा लाभ की नहीं है उम्मीद
India-Israel Trade Deal (आज समाज), बिजनेस डेस्क : भारत और इजराइल के बीच एफटीए पर वार्ता लगभग पूरी हो चुकी है। जल्द ही दोनों देश इस पर हस्ताक्षर करने वाले हैं। इसी बीच ताजा जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि दोनों देशों के बीच होने वाले इस एफटीए से भारत को व्यापारिक लाभ कम होगा बल्कि रणनीतिक साझेदार के तौर पर जरूर महत्वपूर्ण होगा।
इसके पीछे कारण स्पष्ट करत हुए ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने अपने रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि दोनों देशों के बीच व्यापार के अवसर सीमित हैं। विशेषकर भारतीय निर्यातकों के पास। इसका कारण यह है कि इजराइल एक उच्च आय और प्रौद्योगिकी-संचालित अर्थव्यवस्था है। इसकी जनसंख्या 10 मिलियन से भी कम है। यह देश भारत के कपड़ा, आॅटोमोबाइल और सामान्य इंजीनियरिंग वस्तुओं जैसे निर्यात के लिए सीमित संभावनाएं प्रदान करता है।
कृषि में भी आत्मनिर्भर है इजराइल
जीटीआरआई का कहना है कि कृषि, जेनेरिक दवाइयां, इस्पात और रसायन जैसे क्षेत्रों में भारत प्रतिस्पर्धी है, लेकिन इजराइल या तो आत्मनिर्भर है, सख्त गुणवत्ता और पादप स्वच्छता मानकों का पालन करता है, या पहले से ही यूरोपीय संघ और अमेरिका जैसे प्रमुख साझेदारों को टैरिफ वरीयता प्रदान करता है, जिससे भारतीय निर्यातक नुकसान में हैं। परिणामस्वरूप, द्विपक्षीय व्यापार हीरे, चावल और सिरेमिक टाइलों जैसे विशिष्ट क्षेत्रों पर ही निर्भर है।
इसलिए व्यापार की जगह रणनीतिक रिश्तों को फायदा
भारत-इजराइल के बीच चल रहे एफटीए वार्ता का सबसे बड़ा फायदा माल-व्यापार को नहीं, बल्कि दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करने में होगा। भारत ने इस्राइल के साथ आर्थिक संबंधों को गहरा करने के लिए एक नए प्रयास की शुरूआत की है। इसके तहत उसने लंबे समय से लंबित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए वार्ता को पुनर्जीवित किया है। यह वार्ता पहली बार शुरू होने के एक दशक से भी अधिक समय बाद हुई है।
नई दिल्ली और यरुशलम ने 2010 में एफटीए पर चर्चा शुरू की, 2012-13 तक कई दौर की बातचीत की, और फिर 2014 के बाद संवेदनशील उत्पादों के लिए टैरिफ, मानकों और बाजार पहुंच पर मतभेदों के बीच इस प्रक्रिया को स्थगित कर दिया। 2024-25 में कई उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान के बाद, दोनों सरकारों ने अब बातचीत फिर से शुरू करने के लिए नए संदर्भ-बिंदुओं को अंतिम रूप दिया है।
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