गिरफ्तार कर्मचारियों में एक एसएचओ भी शामिल
Punjab News Update (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार का विशेष अभियान जारी है। इस अभियान के तहत प्रदेश विजिलेंस ब्यूरो लगातार कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सलाखों के पीछे भेजने में लगातार जुटी हुई है। इसी कड़ी में प्रदेश विजिलेंस ब्यूरो ने फाजिल्का में गए बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग के जब्त फोन से जुड़े मामले में एक लाख की रिश्वत लेने के आरोप में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, फाजिल्का के एसएचओ सहित चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार अधिकारियों में एसएचओ, एक रीडर और दो कांस्टेबल शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में इंस्पेक्टर मंजीत सिंह (नंबर 18 एफजेडआर) एसएचओ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन फाजिल्का, वरिष्ठ कांस्टेबल राजपाल (नंबर एफजेडके/868), रीडर टू एसएचओ, एमएचसी वरिष्ठ कांस्टेबल शिंदर पाल (नंबर 1032), और वरिष्ठ कांस्टेबल सुमित कुमार (नंबर 986/एफजेडके) शामिल हैं। सभी हिरासत में हैं और कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।
इस तरह सामने आया मामला
यह मामला तब सामने आया जब एक 17 वर्षीय लड़का दिलराज सिंह के पिता धरमिंदर सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, फाजिल्का द्वारा रिश्वत मांगने के सबूत के साथ मुख्यमंत्री से संपर्क किया। साइबर की शिकायत के बाद थाने ने नाबालिग का फोन भी जब्त कर लिया था। परिवार द्वारा मामले को सुलझाने के बार-बार प्रयासों के बावजूद, उन्हें मामला निपटाने के लिए रिश्वत देने पर मजबूर किया जा रहा था।
भ्रष्टाचार में शामिल किसी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा
मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति दोहराते हुए कहा कि चाहे अधिकारी किसी भी स्तर का हो या मंत्री- विधायक हो, आईएएस/पीसीएस अधिकारी हो, भ्रष्टाचार में लिप्त सभी लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अब पंजाब में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। हमारी सरकार ईमानदार और पारदर्शी शासन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। चीमा ने विजिलेंस ब्यूरो के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह मामला भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए पंजाब की आप सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।
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