• ब्रह्मपुत्र सहित सात नदियां खतरे के निशान से ऊपर
  • भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 17

Assam flood Updates, (आज समाज), गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है। लगातार हो बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलस्तर बढ़ गया और नतीजतन नए इलाकों में बाढ़ आ गई है।  अधिकारियों ने बताया कि ब्रह्मपुत्र सहित सात नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर सड़क, रेल और नौका सेवाएं बाधित हुई हैं। गुवाहाटी में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।

राहत के नहीं आसार, भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान

आरएमसी के अनुसार राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। धुबरी, दक्षिण सलमारा-मनकाचर, गोलपारा और कोकराझार में गरज के साथ बारिश और 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवा चलने की संभावना है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए)  के एक अधिकारी ने कहा, सुबह से ही निचले असम के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बारपेटा, बोंगाईगांव, नलबाड़ी, गोलपारा और बक्सा में कई जगहें प्रभावित हुई हैं। कुल मिलाकर 69 राजस्व सर्किलों और 21 जिलों के 1,506 गांवों में 6,33,114 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

इन जिलों में 6 और लोगों की जान गई

अधिकारियों के अनुसार एएसडीएमए की 3 जून रात की एक रिपोर्ट के मुताबिक हैलाकांडी, श्रीभूमि, मोरीगांव, कछार, सोनितपुर और तिनसुकिया जिलों में छह और लोगों की जान चली गई। इसके बाद इस साल बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 17 हो गई है। अधिकारियों ने बताया है कि बाढ़ व भूस्खलन के कारण राज्य के 21 जिलों में लगभग 6.5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

असम का श्रीभूमि जिला सबसे अधिक प्रभावित

असम का सबसे अधिक प्रभावित जिला श्रीभूमि है, जहां 2,31,536 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद नागांव में 99,819 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और कछार में 89,344 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। कुल मिलाकर, 223 राहत शिविर चालू हैं, जो 39,746 विस्थापित लोगों को आश्रय प्रदान कर रहे हैं। 288 अन्य राहत वितरण केंद्र भी काम कर रहे हैं। सात नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिनमें हैलाकांडी जिले के मतिजुरी में कटखाल नदी अपने उच्चतम बाढ़ स्तर को पार कर गई है।

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