गांव नंगथला की पंचायत ने 1100 रुपए जुर्माना लगाने की घोषणा की
Hisar News (आज समाज) हिसार: पंजाब-हरियाणा के बीच जारी पानी विवाद का असर अब प्रदेश में दिखने लगा है। प्रदेश के कई जिलों मं पीने के पानी का भी संकट पैदा हो गया है। टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है। वहीं पंचायतें भी जल संकट को लेकर सामने आ रही हैं, हिसार के गांव नंगथला में पंचायत ने पानी बबार्दी पर 1100 रुपए जुर्माना लगाने की घोषणा की है। नंगथला सरपंच प्रतिनिधि साधुराम वर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को गोशाला में पंचायत हुई।

इसमें सर्वसहमति से फैसला लिया कि पीने की पानी की बबार्दी करने वाले पर 1100 रुपए जुमार्ना किया जाएगा। पंचायत में एडवोकेट जगदीश वर्मा ने बताया कि पहले गांव से शहर तक पीने योग्य पानी की बबार्दी धड़ल्ले से होती थी, लेकिन अब पीने के पानी की बबार्दी एक दंडात्मक अपराध माना जाएगा। एडवोकेट जगदीश वर्मा ने बताया कि गांव में सप्लाई के समय वाटर वर्क्स के कर्मचारी व पंचायत सदस्य गलियों में गश्त करेंगे और पीने के पानी की बबार्दी करने वाले लोगों पर नजर रखेंगे।

शहर में टैंकर से किया जा रहा पानी सप्लाई

वहीं हिसार में पानी संकट से लोगों को उभारने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सेक्टरों में टैंकर से पानी सप्लाई की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। एचएसवीपी को शहर के 8 सेक्टरों में 3350 टैंकर सप्लाई करने की परमिशन मिली है। एचएसवीपी ने इसको लेकर प्रशासक अनीश यादव से 8 सेक्टरों की इजाजत मांगी है। इसके लिए 420 टैंकर हर सेक्टर में देने का निर्णय हुआ है। यानी एचएसवीपी की तरफ से जरूरत पड़ने पर 3350 टैंकर सप्लाई किए जा सकेंगे।

ये भी पढ़ें : हरियाणा में अफसरों के हेडक्वार्टर छोड़ने पर रोक

ये भी पढ़ें: पंजाब और हरियाणा में पानी विवाद गहराया