• सरकार सो रही है, किसान संघर्ष में डटे हैं : महादेव बलाली

(Charkhi Dadri News) आज समाज नेटवर्क। बाढड़ा। वर्ष 2023 खरीफ सीजन की फसल बीमा क्लेम गोलमाल को लेकर बाढड़ा में चल रहा किसान संगठनों का धरना आज 20 वें दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। धरने में बैठे किसानों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी तरह से जायज हैं और सरकार को जल्द से जल्द इसका समाधान करना चाहिए।अनाज मंडी परिसर में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित धरनारत किसानों को संबोधित करते हुए मानव सहायता फाउंडेशन के संयोजक महादेव बलाली ने कहा हम किसान हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार को किसानों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए। अगर किसानों की मांगें समय रहते नहीं मानी गईं,तो सरकार को समझना चाहिए कि किसान संघर्ष करने वाली कौम है ।

महादेव बलाली ने मांग की कि इस गोलमाल की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके और किसानों को उनका हक मिल सके

किसान संगठनों ने 13 महीने दिल्ली के बॉडर पर आंदोलन चलाकर सिद्ध भी किया है कि वो अपनी मांग मनवाकर ही वापिस कदम लेते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री कि 350 करोड़ रुपये के बीमा क्लेम गोलमाल कोई छोटी राशी नहीं है। उन्होंने बीमा क्लेम कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीमा राशि का वितरण सही तरीके से नहीं हुआ और इसमें बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है। महादेव बलाली ने मांग की कि इस गोलमाल की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को सजा मिल सके और किसानों को उनका हक मिल सके।

फसल बीमा क्लेम में घोटाला सिर्फ भिवानी व चरखी-दादरी जिलों में ही नहीं हुआ है

धरने को संबोधित करते हुए श्योराण खाप पच्चीस अध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह बेरला ने कहा कि खरीफ 2023 कपास बीमा क्लेम में कृषि विभाग के अधिकारियों ने चुनाव आचार संहिता के चलते, जिला भिवानी व चरखी-दादरी जिलों के 450 करोड़ रुपयों के क्लेम को लगभग 100 करोड़ रुपये कर, उपग्रह फोटो के नाम पर 350 करोड़ रुपयों का घोटाला किया। इतना ही नहीं हरियाणा भर में वर्ष 2022- 23 में जहां फसल बीमा क्लेम 2497 करोड़ रुपये मिला, चुनावी वर्ष 2023-24 में यह क्लेम सिर्फ 224 करोड़ रुपये किसानों को दिया गया है। फसल बीमा क्लेम में घोटाला सिर्फ भिवानी व चरखी-दादरी जिलों में ही नहीं हुआ है अपितु हरियाणा भर में 2250 करोड़ रुपयों से अधिक की कमी, सत्ताधारियों व बीमा कंपनियों की सांठगांठ को उजागर करती है

। इस कारण भिवानी व चरखी-दादरी जिलों के किसान संगठनों ने फसल बीमा क्लेम की लूट के खिलाफ़ सङकों पर संघर्ष का रास्ता चुना है । किसान सभा अध्यक्ष मा. रघबीर श्योराण ने बाढङा धरना कमेटी ने इस लूट को उजागर करने के लिए टीम बना कर गांव-गांव में जाकर किसानों को जागरूक करने व धरना-प्रदर्शन में भागीदारी करने के लिए प्रचार अभियान शुरु करने का फैसला किया है। धरने पर कैलाश पालड़ी, किसान नेता राजकुमार हड़ोदी, रणधीर सिंह कुंगड़, रामपाल धारणी, सुमेर भांडवा, मास्टर रघुबीर सिंह,नरेश कादयान, पारस काकड़ौली, सीटू नेता सूमेर सिंह धारणी महेन्द्र सिंह जेवली, भूप सिंह धारणी, ब्रह्मपाल बाढड़ा, प्रताप हंसावास, ओम प्रकाश नंबरदार, हवासिंह, नसीब कारी, रमेश, करतार खोरड़ा, करतार गोपी इत्यादि मौजूद रहे।