• हीट वेव और डिहाइड्रेशन से खतरा बढ़ा

(Faridabad News) फरीदाबाद। तपती गर्मी और लगातार बढ़ता तापमान शहरवासियों के लिए खतरे की घंटी बजा रहा है। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचने के कारण लू और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि इस मौसम में हल्की सी लापरवाही भी शरीर को गंभीर बीमारियों की ओर धकेल सकती है। ऐसे में जरूरी है कि लोग समय रहते सतर्क हों और अपनी दिनचर्या में जरूरी बदलाव करें।

ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. रामचंद्र सोनी ने बताया कि गर्मी के इस मौसम में शरीर तेजी से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी का शिकार होता है। इसका असर सबसे पहले सिरदर्द, चक्कर आना, कमजोरी, बार-बार प्यास लगना और उल्टी जैसे लक्षणों में दिखता है। यदि समय पर ध्यान न दिया जाए तो व्यक्ति हीट स्ट्रोक का शिकार हो सकता है, जो कई बार जानलेवा भी साबित हो सकता है।

लू लगने पर त्वचा लाल या रूखी हो सकती है

उन्होंने कहा कि लू लगने पर त्वचा लाल या रूखी हो सकती है, पैरों की मांसपेशियों में दर्द और थकावट महसूस हो सकती है। लंबे समय तक धूप में रहने से भ्रम की स्थिति, मुंह सूखना, पसीना अधिक आना, दस्त और उल्टी जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। इस स्थिति में तुरंत घरेलू उपाय जैसे ओआरएस, नींबू पानी, नमक-चीनी का घोल, छाछ, लस्सी या सत्तू का सेवन करना चाहिए।

डॉ. रामचंद्र सोनी ने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए सबसे जरूरी है बचाव

गर्मी को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। शरीर में पानी की मात्रा संतुलित रखकर, समय-समय पर पेय पदार्थों का सेवन कर और सावधानी बरतकर हम लू और डिहाइड्रेशन जैसे खतरों से खुद को और अपने परिजनों को सुरक्षित रख सकते हैं।

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