(Faridabad News) ग्रेटर फरीदाबाद। यहां स्थित सेक्टर-86 के एकॉर्ड सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने वैस्कुलर रोगों के इलाज में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अस्पताल के कार्डियक एवं वैस्कुलर सर्जरी विभाग के डायरेक्टर डॉ.बीजू शिवम पिल्लै के नेतृत्व में स्टेम सेल थेरेपी की शुरुआत की गई है। इस तकनीक से हाल ही में एक मरीज का सफल उपचार किया गया, जो अब पूरी तरह स्वस्थ है।

इस उपलब्धि पर अस्पताल के सीएमडी डॉ. जितेंद्र कुमार ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह पहल न केवल फरीदाबाद की मेडिकल प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देगी, बल्कि पूरे देश में वैस्कुलर रोगियों के लिए एक नई आशा की किरण बनेगी।

स्टेम सेल थेरेपी मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही

पत्रकार वार्ता में डॉ. पिल्लै ने बताया कि स्टेम सेल थेरेपी उन मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है जिन्हें पारंपरिक उपचार जैसे बाईपास सर्जरी एंजियोप्लास्टी या दवाओं से राहत नहीं मिलती और जिन्हें इंक्यूरेबल मान लिया गया होता है। इस प्रक्रिया में मरीज की बोन मैरो या वसा ऊतक से स्टेम सेल निकाले जाते हैं और उन्हें प्रोसेस कर रक्त प्रवाह की कमजोर जगहों पर इंजेक्ट किया जाता है। इसके बाद निगरानी के जरिए रक्त प्रवाह में सुधार और घाव भरने की प्रक्रिया को मूल्यांकित किया जाता है।

डॉ. पिल्लै ने बताया कि इस तकनीक से अंगों को काटने की नौबत से बचा जा सकता है, जिससे मरीजों के जीवन की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होता है। नई रक्त वाहिकाओं के निर्माण से ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की बेहतर आपूर्ति होती हैए जिससे दर्द और जलन कम होती है तथा पुराने घाव तेजी से भरते हैं।

एकॉर्ड अस्पताल का वैस्कुलर सर्जरी विभाग विश्व स्तरीय सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें जटिल मामलों की सर्जरी एडवांस्ड स्टेंटिंग और अब स्टेम सेल ट्रांसप्लांट जैसी अत्याधुनिक तकनीकें शामिल हैं। अस्पताल की यह पहल फरीदाबाद के मरीजों को दिल्ली या अन्य महानगरों में भटकने से बचें और उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उच्च स्तरीय चिकित्सा समाधान उपलब्ध कराएगी।

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