Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद। राष्ट्रीय राजधानी के पास स्थित फरीदाबाद शहर की श्रद्धा रामलीला के मंचन के पहले दिन माता-पिता की दृष्टि- हीनता दूर करने के लिए श्रवण कुमार के ऋषि वशिष्ठ के पास पहुंचने, कैलाश पर्वत पर रावण का अहंकार चूर होने, नंदी द्वारा उसका उपहास उड़ाए जाने, शिव तांडव स्तोत्र की रचना, और रावण के भगवान शिव से चंद्रहास खडग़ प्राप्त करने जैसे दृश्यों का भव्य मंचन किया गया।
शिव के रूप में अंकित मुखीजा, पार्वती के रूप में अंकिता, रावण के रूप में श्रवण चावला, नंदी एवं वशिष्ठ के रूप में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के गीत एवं नाटक प्रभाग के पूर्व कलाकार नेत्रपाल शर्मा तथा श्रवण के रूप में कशिश चावला ने उत्कृष्ट अभिनय किया।
श्रवण कुमार के राजा दशरथ के बाण से मारे जाने जैसे दृश्य भी दिखाए गए
निर्देशक अनिल चावला के अनुसार, मंचन के पहले दिन राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न के जन्म, राजा जनक और रानी सुनैना के यहां सीता जी के जन्म से संबंधित दृश्यों का भी मंचन किया गया। उन्होंने कहा कि श्रवण कुमार के राजा दशरथ के बाण से मारे जाने जैसे दृश्य भी दिखाए गए।
इसके अलावा वेदवती के प्राण त्यागने, रावण को शाप देने तथा राक्षसों द्वारा ऋषियों को सताए जाने और घड़े में उनका रक्त एकत्र करने जैसे दृश्यों का भी मंचन किया गया। दर्शकों ने दशरथ के रूप अजय खरबंदा, श्रवण के रूप में कशिश चावला, वेदवती के रूप में योगंधा वशिष्ठ और सुनैना के रूप में सोनिया शर्मा के अभिनय की काफी सराहना की। दिल्ली से रामलीला देखने पहुंचे रोहित मलिक ने बताया कि वेदवती, रावण, श्रवण, दशरथ और वशिष्ठ ऋषि की भूमिका निभाने वाले कलाकारों का अभिनय सराहनीय था।