Fake Train Ticket Booking(आज समाज) :  इंडियन रेलवे ने 1 अक्टूबर, 2025 से एक नया सिस्टम लागू किया है, जिसके तहत सुबह 8 से 10 बजे के बीच ट्रेन टिकट बुक करने के लिए आधार ऑथेंटिकेशन ज़रूरी होगा। यह फीचर IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर उपलब्ध होगा, लेकिन इससे कंप्यूटराइज्ड PRS काउंटर से टिकट खरीदने वालों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

सुबह के समय टिकटों की डिमांड सबसे ज़्यादा

रेलवे ने बताया कि सुबह के समय टिकटों की डिमांड सबसे ज़्यादा होती है, और इस दौरान कई एजेंट या फर्जी अकाउंट एक साथ बड़ी संख्या में टिकट बुक कर लेते हैं। इससे आम यात्रियों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाते। नए नियम के तहत, रेलवे ने सिर्फ आधार-वेरिफाइड यूज़र्स को ही बुकिंग की अनुमति देकर इस गलत काम को रोकने की कोशिश की है।

यात्री का अकाउंट आधार से लिंक होना अनिवार्य

अगर किसी यात्री का अकाउंट अभी तक आधार से लिंक नहीं है, तो वे सुबह 10 बजे के बाद टिकट बुक कर सकते हैं। आधार लिंक करने के लिए, यूज़र्स को अपने IRCTC अकाउंट में लॉग इन करना होगा, “माई प्रोफाइल” सेक्शन में जाना होगा, और “ऑथेंटिकेट यूज़र” पर क्लिक करना होगा।

यहां, उन्हें अपना आधार नंबर डालना होगा और अपने मोबाइल फोन पर मिले OTP का इस्तेमाल करके वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा करना होगा। एक बार प्रोसेस पूरा हो जाने के बाद, अकाउंट आधार-वेरिफाइड हो जाएगा, और यूज़र किसी भी समय टिकट बुक कर सकता है।

बुकिंग सिस्टम होगा ट्रांसपेरेंट

इस बदलाव से टिकट बुकिंग सिस्टम ज़्यादा ट्रांसपेरेंट बनेगा। रेलवे का मानना ​​है कि इससे टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग, फर्जी अकाउंट और बॉट बुकिंग में काफी कमी आएगी। इससे असली यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना भी बढ़ेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह कदम रेलवे की डिजिटल ट्रांसपेरेंसी में एक बड़ा सुधार है।

रेलवे मंत्रालय का कहना है कि यह बदलाव यात्रियों के हित में है और टिकट बुकिंग सिस्टम की विश्वसनीयता को बढ़ाएगा। आधार ऑथेंटिकेशन से रेलवे यह सुनिश्चित कर पाएगा कि हर टिकट एक असली व्यक्ति के नाम पर बुक हो। इससे धोखाधड़ी रुकेगी और यात्रियों का अनुभव और भी सुरक्षित होगा।

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