अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ लगाने का फैसला ईयू ने एक अगस्त तक टाला
Business News Today (आज समाज), बिजनेस डेस्क : अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच टैरिफ दरों को लेकर मतभेद बने हुए हैं। अमेरिका ने जहां एक अगस्त से नई टैरिफ दरें लागू करने की बात स्पष्ट कर दी है। वहीं यूरोपीय संघ (ईयू) ने अभी भी अमेरिका के साथ व्यापार समझौते की उम्मीद नहीं छोड़ी है। यही कारण है कि अमेरिकी वस्तुओं के सबसे बड़े बाजार यूरोपीय संघ ने अमेरिकी उत्पादों पर जबावी शुल्क लगाने की समयावधि एक अगस्त तक बढ़ा दी है।
उसे उम्मीद है कि इससे पहले वह किसी न किसी तरह से बीच का रास्ता निकाल लेगा। इस संबंधी जानकारी देते हुए यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयेन ने ब्रसेल्स में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब बातचीत का समय आ गया है। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस पत्र के बाद आया है, जिसमें उन्होंने एक अगस्त से यूरोपीय संघ और मैक्सिको से आने वाली वस्तुओं पर 30 फीसदी नया टैरिफ लगाने की घोषणा की।
यूरोपीय संघ विश्व का सबसे बड़ा व्यापारिक समूह
यूरोपीय संघ अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार और दुनिया का सबसे बड़ा व्यापारिक समूह है। उसने सोमवार आधी रात (ब्रुसेल्स समय) से जवाबी कदम लागू करने की योजना बनाई थी। यूरोपीय संघ अपने 27 सदस्य देशों की ओर से संयुक्त रूप से व्यापार समझौते करता है। वॉन डेर लेयेन ने कहा कि अब ये जवाबी उपाय एक अगस्त तक टाल दिए गए हैं और ट्रंप का पत्र यह दर्शाता है कि समझौते के लिए हमारे पास अब भी समय है। उन्होंने कहा, हम हमेशा से यह स्पष्ट करते आए हैं कि हम बातचीत से समाधान चाहते हैं। जब उनसे सवाल किया या कि अगर कोई समझौता नहीं हुआ, तो उन्होंने कहा कि हम जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार रहेंगे।
ट्रंप ने व्यापार वार्ता के बीच इन देशों पर लगाया टैरिफ
इन शर्तों को लागू करने में सीमित सफलता मिलने के कारण, ट्रम्प प्रशासन ने दंडात्मक उपाय अपनाए हैं। 7 जुलाई को, अमेरिका ने जापान और दक्षिण कोरिया से आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की। कुछ ही दिनों बाद, 12 जुलाई को, यूएस ने यूरोपीय संघ और मेक्सिको से आयातित उत्पादों पर 30 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी, जबकि इन देशों के साथ बातचीत अभी भी जारी है।
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