• आपातकाल के काले अध्याय के 50 वर्ष पूरे होने पर लगाई प्रदर्शनी का किया अवलोकन
  • डिप्टी स्पीकर ने प्रदर्शनी की कई स्लाइडों को अपने मोबाइल में किया कैद

आज समाज नेटवर्क, जींद:

Emergency is a Dark Chapter of Indian History: हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि आपातकाल भारतीय इतिहास का एक काला अध्याय था। इस दौरान भारतीयों पर मौजूदा सरकार द्वारा अत्याचार किए गए। इन अत्याचारों की हद इतनी थी कि मुगलों व अंग्रेजों के अत्याचार भी फीके पड़ गए थे।

जेलों में ठूंस कर यातनाएं दी गई

आपातकाल के दौरान 30 वर्ष के युवाओं से लेकर 60 वर्ष तक के बुजुर्गों की जबरदस्ती नसबंदी की गई और इसका विरोध करने वालों को जेलों में ठूंस कर यातनाएं दी गई थी। आपातकाल के दौरान आम नागरिकों पर काफी अत्याचार किए गए। आपातकाल के दौरान मीडिया के ऊपर भी कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे। आज के समय में मीडिया जागरूक है और तत्परता से कार्य करके लोकतंत्र के चैथे स्तंभ के रूप में मजबूती से खड़ा है। डिप्टी स्पीकर ने प्रदर्शनी की कई स्लाइडों को अपने मोबाइल में भी कैद किया।

प्रदर्शनी का अवलोकन Emergency is a Dark Chapter of Indian History

हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा गुरूवार को आपातकाल के काले अध्याय के 50 वर्ष पूरे होने पर सरल केन्द्र के प्रांगण में सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

समय की परिस्थितियों के बारे में जागरूक

डा. मिड्ढा ने कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से भारत में प्राचीन काल से चली आ रही लोकतंत्र की जड़ें, लोकतांत्रिक परंपराओं के मूल में बसे जनकेंद्रित दृष्टिकोण और जनभागीदारी, श्रेणिसंघ में लोकतंत्र का तत्व, ग्रामीण और शहरी इलाकों में जमीनी स्तर पर लोकतंत्र, परामर्शी प्रथाओं और सामुदायिक भागीदारी से प्रभावित शासन, स्वतंत्र भारत और संसदीय प्रणाली, आपातकाल से ठीक पहले का समय, आपातकाल की स्थिति अधिकार निलंबित, आपातकाल के दौरान भारत के संवैधानिक ढांचे और मूल्यों पर हमला, आपातकाल के दौरान जन आंदोलन, लोकनायक जयप्रकाश नारायण की डायरी, रचनात्मकता पर रोक फिल्मों पर प्रतिबंध, भूमिगत आंदोलन और प्रतिरोध की आवाजें के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है ताकि आज का युवा उस समय की परिस्थितियों के बारे में जागरूक हो सके।

आम जनता द्वारा इस प्रदर्शनी का अवलोकन Emergency is a Dark Chapter of Indian History

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में आम जनता द्वारा इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया और इसी के साथ संविधान हत्या दिवस की घोषणा, आपातकाल हटने के बाद लोकतंत्र की रक्षा के लिए संवैधानिक पुनर्जागरण, सुशासन के तहत नई पहले समावेश पहुंच और दक्षता को बढ़ावा देना, परिणामों पर ध्यान और नागरिक केंद्रित पहले, संविधान और कानूनी अधिकारों की समझ को लोकप्रिय बनाने के लिए सरकार के विभिनन कदमए चुनावी प्रक्रियाओं में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही, लोकतंत्र का सशक्तिकरण, लोकतंत्र का उत्सव सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश भारत लोकतंत्र की जननी की भी जानकारी ली।

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