जीवित रहते हुए महिला ने शरीर दान का लिया था संकल्प
Sirsa News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के सिरसा में बुजुर्ग महिला के निधन के बाद परिजनों ने शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया। महिला की अंतिम इच्छा यहीं थी की उसकी मृत्यु के बाद शव को दान कर दिया जाए। जिसका परिजनों ने पालन किया। यह नाथूसरी चौपटा ब्लॉक का पहला शरीर दान है। 80 वर्षीय सुखमा देवी का रविवार देर शाम हार्ट अटैक से निधन हो गया था।

ग्राम पंचायत नाथूसरी कलां की सरपंच रीटा कसानिया ने सुखमा देवी के मेडिकल रिसर्च के लिए शरीर दान करने को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि नाथूसरी चौपटा क्षेत्र में यह पहला शरीर दान है। डेरा सच्चा सौदा के संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां द्वारा चलाई गई मुहिम अमर सेवा सराहनीय है।

यूपी के हापुड़ स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज भेजा गया शव

बता दें कि सुखमा देवी के पार्थिव शरीर को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा स्थित जीएस मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। मृतका डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी थी और उन्होंने अपने गुरु के वचनों पर चलते हुए जीवित रहते हुए ही शरीर दान का संकल्प लिया था। अंतिम विदाई से पहले गांव में शव यात्रा निकाली गई। इसमें परिजन, ग्रामीण और शाह सतनाम ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के सेवादार शामिल हुए।

सुखमा देवी अमर रहे के नारे लगाए

बेटा-बेटी एक समान की मुहिम के तहत उनके बेटे राजेंद्र और राजकुमार कड़वासरा, बेटियां कमला देवी और कविता देवी समेत परिवार की महिलाओं ने अर्थी को कंधा दिया। फूलों से सजी एम्बुलेंस में उनके पार्थिव शरीर को रखा गया। लोगों ने शरीरदानी सुखमा देवी अमर रहे के नारे लगाए। बड़ी संख्या में ग्रामीण और साध संगत ने अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया।

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