3.4 मापी गई रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता
Earthquake In Sonipat, (आज समाज), सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। अचानक आए झटकों के कारण कई लोग नींद से जाग गए और घरों से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई। भूकंप रात में 1 बजकर 47 मिनट पर आया। भूकंप का केंद्र सोनीपत रहा। भूकंप के बाद लोगों में भय का माहौल देखा गया। हालांकि, किसी भी प्रकार की जनहानि या संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। इससे पहले भी हरियाणा में 1 सितंबर को गुरुग्राम में आधी रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
भूकंप आने का कारण
हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है और इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
भूकंप में बचाव के उपाय
- जमीन पर झुक जाएं, किसी मजबूत मेज या डेस्क के नीचे छिपें, और उसे कसकर पकड़ लें।
- खिड़कियों, कांच के दरवाजों, बाहरी दीवारों और गिरने वाली अन्य चीजों से दूर रहें।
- इमारत के किसी अंदरूनी कोने में झुक कर बैठ जाएँ और अपने सिर और गर्दन को हाथों से ढक लें।
- भूकंप के दौरान बाहर भागने की कोशिश न करें, क्योंकि गिरता हुआ मलबा बहुत खतरनाक हो सकता है।
- किसी भी इमारत, पेड़ों, बिजली के खंभों और तारों से दूर किसी खुले स्थान पर जाएं।
- जब तक भूकंप के झटके बंद न हो जाएं, वहीं रुकें।
झटके रुकने के बाद क्या करें
- भूकंप के बाद भी खतरा पूरी तरह टल नहीं जाता है, गैस रिसाव या आग लग सकती है।
- अगर आपको गैस की गंध आए, तो तुरंत बाहर निकल जाएं और मुमकिन हो तो गैस कनेक्शन बंद कर दें।
- यदि आपको चिंगारी दिखे या टूटे तार दिखें, तो मुख्य बिजली बंद कर दें, लेकिन अगर पानी में उतरना पड़े तो पहले किसी पेशेवर को बुलाएं।
- आपातकालीन आपूर्ति किट तैयार रखें।
ये भी पढ़ें : हरियाणा में कृषि भूमि पर स्कूल-अस्पताल, पेट्रोल पंप बनाना होगा महंगा