अफगानिस्तान रहा भूकंप का केंद्र, रिक्टर स्केल पर 6.2 रही तीव्रता
Earthquake In Gurugram, (आज समाज), गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम में गत आधी रात को भूकंप के झटके महसूस किए है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर के पास हिंदूकुश क्षेत्र में था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 मापी गई। हालांकि भूकंप से किसी भी प्रकार के नुकसान का समाचार नहीं हैं। अधिकतर लोगों को तो भूकंप का पता ही नहीं चला। क्योंकि रात अधिक होने के कारण लोग सोए हुए थे।

गुरुग्राम के अलावा भूकंप का असर दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत कई इलाकों में महसूस किया गया। दिल्ली-एनसीआर में झटका ज्यादा मजबूत नहीं था, इसलिए नुकसान की संभावना नहीं है। वहीं भूकंप के झटके महसूस होने के बाद गुरुग्राम प्रशासन हरकत में आ गया। आपदा प्रबंधन की टीमों को सतर्क रहने के आदेश दिए गए है।

कई बार महसूस किए जा चुके भूकंप के झटके

इससे पहले भी हरियाणा में भूकंप के तेज झटके महसूस किए जा चुके है। 10 जुलाई 2025 को भी सुबह करीब 9 बजकर 5 मिनट पर ये झटके लगे। करीब 10 सेकेंड तक झटके लगे। भूकंप का केंद्र हरियाणा का झज्जर रहा। जहां 10 किलोमीटर गहराई में हलचल हुई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 रही।

इसका असर गुरुग्राम, रोहतक, पानीपत, झज्जर, हिसार, रेवाड़ी में भी महसूस किए गए। महेंद्रगढ़ जिले में 27 जून की शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, उस दिन भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई। जिसकी गहराई 5 किलोमीटर थी।

भूकंपीय जोन-4 में आता है दिल्ली-एनसीआर

19 अप्रैल और 17 फरवरी को भी भूकंप आया था। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, कहीं से भी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और भूकंपरोधी सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर भूकंपीय जोन-4 में आता है, जो मध्यम जोखिम वाला क्षेत्र है।

भूकंप के दौरान क्या करें

  • शांत रहें और घबराएं नहीं, मेज के नीचे झुक जाएं
    एक हाथ से अपना सिर ढकें और जब तक झटके आते रहें, मेज को पकड़कर रखें।
  • जैसे ही झटके रुकें तुरंत बाहर निकलें, लिफ्ट का उपयोग न करें।
  • बाहर पहुंचने पर इमारतों, पेड़ों, दीवारों और खंभों से दूर रहें।
  • वाहन में होने पर किसी खुले स्थान पर रोकें और अंदर ही रहें; पुलों से बचें।

भूकंप के बाद

  • क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें।
  • यदि मलबे में फंस जाएं-माचिस न जलाएं-मुंह को कपड़े से ढकें।
  • पाइप या दीवार पर थपथपाएं.-सीटी बजाएं।
  • केवल अंतिम विकल्प के रूप में चिल्लाएं।
  • सीढ़ियों का उपयोग करें, लिफ्ट या एलेवेटर का नहीं।

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