पंजाब पुलिस ने विशेष अभियान के तहत अभी तक 1604 किलो हेरोइन बरामद की, 36,901 नशा तस्कर सलाखों के पीछे भेजे

Chandigarh Crime News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब में चलाए विशेष अभियान के तहत पुलिस का नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का सिलसिला जारी है। इसी कार्रवाई के चलते गत दिवस प्रदेश पुलिस ने दिनभर चले इस आॅपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 391 ड्रग हॉटस्पॉटों पर छापेमारी की, जिनमें 79 व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के बाद 67 एफआईआर दर्ज की गईं।

पुलिस ने गिरफ्तार किये गये नशा तस्करों के कब्जे से 4.3 किलो हेरोइन, 971 नशीली गोलियां/कैप्सूल और 3.16 लाख रुपये की ड्रग मनी भी बरामद की। ज्ञात रहे कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश के अनुसार, पंजाब से नशों का सफाया करने के लिए पंजाब पुलिस ने राज्यभर में चिन्हित ड्रग हॉटस्पॉटों, जहां नशा और नशीले पदार्थों की बिक्री होती है, पर राज्यव्यापी घेराबंदी और खोज मुहिम (कासो) चलाई। यह मुहिम युद्ध नशों विरुद्ध के तहत लगातार 262वें दिन की गई है।

400 से अधिक टीमों ने लिया कार्रवाई में हिस्सा

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा-मुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ चल रहे अभियान की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है। विशेष डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला, जो इस आॅपरेशन की स्वयं निगरानी कर रहे थे, ने बताया कि 79 गजटेड अधिकारियों की देखरेख में 3000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों वाली 400 से अधिक टीमों ने यह कार्रवाई की।

अब तक इतनी मात्रा में नशीले पदार्थ बरामद किए

उन्होंने बताया कि 1 मार्च 2025 को शुरू की गई युद्ध नशों विरुद्ध मुहिम के तहत अब तक राज्यभर में 24,809 एफआईआर दर्ज करने के बाद 36,901 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके कब्जे से 1604 किलोग्राम हेरोइन, 557 किलोग्राम अफीम, 263 क्विंटल भुक्की, 529 किलोग्राम गांजा, 41.39 लाख नशीली गोलियां/कैप्सूल, 14 किलोग्राम आइसीई और 14.42 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद हुई है। राज्य सरकार ने नशों के खिलाफ तीन-स्तरीय रणनीति – इंफोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ईडीपी) – लागू की है। इसी के तहत नशीले पदार्थों के खात्मे के तहत आज पंजाब पुलिस ने 45 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास उपचार के लिए राजी किया है।