आज के दिन भगवान विष्णु और शिव की एक साथ पूजा करने का है विधान
Vaikuntha Chaturdashi Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: हिंदू धर्म में वैकुंठ चतुर्दशी का विशेष महत्व है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस साल वैकुंठ चतुर्दशी 4 नवंबर यानी की आज मनाई जा रही है। आज के दिन भगवान विष्णु ने अपने आराध्य देव शिव जी को हजार कमल अर्पित किए थे, जिससे प्रसन्न होकर शिव जी ने उन्हें सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। ऐसे में आप इस विशेष दिन पर कुछ उपायों द्वारा प्रभु श्रीहरि के साथ-साथ महादेव की भी कृपा के पात्र भी बन सकते हैं। वहीं महाकाल की नगरी उज्जैन में इस दिन को हरि-हर मिलन के रूप में मनाया जाता है।

करें ये उपाय

  • गंगाजल मिलाकर अभिषेक करें: वैकुंठ चतुर्दशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए। इसके बाद भगवान शिव और श्रीहरि विष्णु का जल में गंगाजल मिलाकर अभिषेक करें और विधि-विधान से पूजा अर्चना करें। इसके साथ ही इस दिन पर आपको विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करने से भी शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
  • भगवान विष्णु को अर्पित करें 1 हजार कमल के फूल: वैकुंठ चतुर्दशी के दिन घर के मंदिरों में घी का दीपक जलाएं। अगर संभव हो तो भगवान विष्णु को कमल के 1000 फूल अर्पित करें। साथ ही इस दिन पर कम-से-कम 1 हजार बार ऊँ नम: शिवाय और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें। इस उपाय को करने से साधक को जीवन के कई दुखों से मुक्ति मिल सकती है।
  • भगवान शिव को तुलसी दल अर्पित करें: वैकुंठ चतुर्दशी एकमात्र ऐसा दिन भी है जिस दिन पर भगवान विष्णु को बेलपत्र चढ़ाए जाते हैं और वहीं भगवान शिव को तुलसी दल अर्पित किए जाते हैं। ऐसे में आपको भी यह काम जरूर करना चाहिए। इससे व्यक्ति के लिए तरक्की के मार्ग प्रशस्त होने लगते है।
  • नदी के किनारे जाकर दीपदान करें: बैकुंठ चतुर्दशी के दिन व्रत-उपवास करने का भी विशेष महत्व माना गया है। साथ ही आप इस दिन शाम के समय नदी के किनारे जाकर दीपदान करके 14 दीपक जलाना भी भगवान विष्णु और महादेव की कृपा प्राप्ति के एक उत्तम उपाय माना गया है।

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