जानें मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
Rama Ekadashi Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: कार्तिक का महीना धर्म शास्त्रों में जगत के पालनहार भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित किया गया है। इस महीने भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से श्री हरि प्रसन्न होते हैं। इसी माह में रमा एकादशी भी पड़ती है। एकादशी का व्रत माह में दो बार पड़ता है। एक एकादशी कृष्ण तो दूसरी शुक्ल पक्ष में पड़ती है। कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी रमा एकादशी कही जाती है। रमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के व्रत और पूजन के साथ ही माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने लिए कुछ अचूक उपाय किए जाते हैं. जिससे माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं, तो उसके घर को दरिद्रता छू नहीं पाती।
इस दिन भगवान विष्णु का विधि पूर्वक व्रत और पूजन किया जाता है। रमा एकादशी के दिन व्रत और पूजन करने वालों के भगवान सारे दुख दूर करते हैं। इस दिन भगवान विष्णु के व्रत और पूजन के साथ ही माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने लिए कुछ अचूक उपाय किए जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं रमा एकादशी पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय।
कब है रमा एकादशी
पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 16 अक्टूबर 2025 को सुबह 10 बजकर 34 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, एकादशी तिथि का समापन अगले दिन 17 अक्टूबर 2025 को सुबह 11 बजकर 12 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, रमा एकादशी का व्रत 17 अक्टूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा।
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
- रमा एकादशी तिथि पर सुबह जल्दी उठना चाहिए। फिर मां लक्ष्मी का ध्यान कर उन्हें नमस्कार करना चाहिए।
- इसके बाद स्नान कर साफ कपड़े पहनने चाहिए। सफेद या गुलाबी रंग के कपड़े पहनना अति शुभ होता है।
- इसके बाद श्रीयंत्र और मां लक्ष्मी की तस्वीर को चौकी पर स्थापित कर उनकी पूजा करनी चाहिए। श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए।
- इस दौरान माता लक्ष्मी को कमल का पुष्प चढ़ाना चाहिए। ऐसे करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और दरिद्रता घर को छू नहीं पाती।
कुछ अन्य उपाय
रमा एकादशी पर काली चींटियों को चीनी और आटा खिलाना चाहिए। ऐसा करने काम में आने वाली रुकावट दूर होती है। मां लक्ष्मी को शंख, कौड़ी, कमल, मखाना और बताशा अति प्रिय है।
रमा एकादशी पर इन चीजों का भोग माता लक्ष्मी को लगाना चाहिए। लोहे के बर्तन में जल लेकर उसमें चीनी, घी और दूध डालकर पीपल के वृक्ष की छाया में अर्पित करना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि स्थायी रूप से रहती है।