धन संकट समेत हर कष्ट होगा दूर
Shukrawar ke Upay, (आज समाज), नई दिल्ली: शुक्रवार का दिन समृद्धि, सौंदर्य, प्रेम और भौतिक सुखों का प्रतीक माना जाता है। यह दिन जीवन में मिठास और सहयोग को बढ़ाने वाला माना गया है। ज्योतिष के अनुसार शुक्रवार की ऊर्जा इतनी तेजी से परिणाम देती है कि सही उपाय व्यक्ति के जीवन में आर्थिक राहत और पारिवारिक स्थिरता तुरंत ला सकता है।

यह दिन खासतौर पर उन लोगों के लिए शुभ होता है जो धन संकट, रिश्तों में तनाव या मानसिक अस्थिरता का सामना कर रहे हों। आइए जानते हैं, शुक्रवार की रात 9-12 बजे के बीच किया जाने वाला तुलसी और दिया का खास उपाय, जिससे संकट समेत हर कष्ट दूर होता है।

शुक्र ग्रह और देवी लक्ष्मी का विशेष संबंध

शुक्रवार का स्वामी ग्रह शुक्र है। यह ग्रह ऐश्वर्य, कला, प्रेम और आरामदायक जीवन का कारक है। जिसे शुक्र का आशीर्वाद मिलता है, उसका व्यक्तित्व निखरता है और जीवन में भौतिक वस्तुएँ सरलता से प्राप्त होने लगती हैं। इस दिन पूजा की स्वामिनी देवी लक्ष्मी और मां दुर्गा हैं।

मां लक्ष्मी घर में धन, सौभाग्य और कोमलता का प्रवाह लाती हैं। वहीं मां दुर्गा शुक्र के दोषों को नियंत्रित करती हैं, जिससे व्यक्ति जीवन में संतुलन बनाए रख पाता है। जब शुक्र और लक्ष्मी दोनों की कृपा मिलती है, तो धन, प्रेम और पारिवारिक सौहार्द स्थाई हो जाता है।

महत्व

शुक्रवार की रात धन-समृद्धि और पारिवारिक प्रेम में वृद्धि के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली मानी गई है। रात का शांत वातावरण मन को स्थिर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को अधिक शक्ति देता है। इसी शांति में किया गया उपाय देवी लक्ष्मी को शीघ्र आकर्षित करता है, क्योंकि वह स्थिर और कोमल ऊर्जा की ओर खिंचती हैं। रात का यह उपाय अवचेतन मन को भी शांत करता है, जिससे सोच में स्पष्टता आती है, काम में प्रगति होती है और धन कमाने के अवसर बनने लगते हैं।

तुलसी-दिया का आध्यात्मिक चक्र

तुलसी को घर की रक्षा करने वाली देवी माना जाता है। वहीं दिया प्रकाश और समृद्धि का प्रतीक है। दोनों का संयोजन घर के वातावरण को तुरंत सकारात्मक बना देता है। शुक्रवार की रात इन दोनों के साथ किया गया उपाय घर में आश्रय, सौभाग्य और प्रेम का वातावरण पैदा करता है।

शुक्रवार की रात करें ये उपाय

यह उपाय रात 9 बजे से 12 बजे के बीच किया जाता है। यह उपाय माता लक्ष्मी को प्रसन्न करता है और तुलसी की पवित्रता घर में शांति, धन और सहयोग का वातावरण स्थाई रूप से स्थापित कर देती है।

  • स्नान करें या केवल हाथ-पैर धोकर मन को शांत करें।
  • घर में स्थित तुलसी के पौधे के सामने एक मिट्टी का दीया रखें।
  • दीये में गाय का शुद्ध घी और रुई की बत्ती लगाएं।
  • दीया जलाकर देवी लक्ष्मी का ध्यान करें और अपनी आर्थिक परेशानी व पारिवारिक सहयोग की प्रार्थना करें।
  • तुलसी की 11 परिक्रमा करते हुए मन ही मन यह मंत्र बोलें- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:।

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