मां लक्ष्मी प्रसन्न होगी प्रसन्न
Sharad Purnima Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: सनातन धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस पर्व को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन तुलसी की पूजा करने का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता के अनुसार तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। ऐसे में शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर तुलसी की पूजा और इससे जुड़े उपाय करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न हो सकती हैं और साधक की किस्मत चमक सकती है।
वहीं शरद पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है और बिगड़े काम पूरे होते हैं। अगर आप आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो शरद पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करने के बाद तुलसी से जुड़े उपाय करें। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तुलसी से जुड़े उपाय करने से धन से हमेशा तिजोरी भरी रहती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं
आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी के पास देसी घी का दीपक जलाएं। मां तुलसी की पांच या सात बार परिक्रमा करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। साथ ही जीवन में सभी सुख मिलते हैं।
तुलसी के पौधे को गन्ने का रस अर्पित करें
दुख और संकट से छुटकारा पाने के लिए शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी की पूजा करें और तुलसी के पौधे में गन्ने का रस अर्पित करें। मां तुलसी के मंत्रों का जप करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से सभी दुखों से छुटकारा मिलता है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
तुलसी को लाल चुनरी करें अर्पित
कामों में सफलता पाने के लिए शरद पूर्णिमा के दिन मां तुलसी को लाल चुनरी अर्पित करें। इसके बाद कच्चा दूध चढ़ाएं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से सभी काम पूरे होते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
मां तुलसी को सोलह श्रृंगार चढ़ाएं
वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन और पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता के लिए तुलसी की पूजा करना शुभ माना जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन पूजा के दौरान मां तुलसी को सोलह श्रृंगार चढ़ाएं। इसके बाद इस सामान को किसी सुहागिन महिला को दान में दे दें। इस उपाय को करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है।
मां तुलसी का पूजन मंत्र
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
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