गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा की जाती है
Guruwar Vrat Niyam, (आज समाज), नई दिल्ली: हिंदू धर्म में गुरुवार यानी बृहस्पतिवार का दिन देव गुरु बृहस्पति को समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु बृहस्पति को ज्ञान, धर्म, संतान, विवाह और भाग्य का कारक माना जाता है। इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से गुरु ग्रह मजबूत होते हैं, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य आता है।

लेकिन, कई बार अनजाने में लोग व्रत के दौरान कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनका सीधा प्रभाव उनके भाग्य पर पड़ सकता है। इन गलतियों से भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति नाराज हो सकते हैं। आइए जानते हैं, गुरुवार के व्रत में किन 5 कामों को भूल से भी नहीं करना चाहिए।

न करें ये काम

  • केले के पेड़ को नुकसान पहुंचाना: गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे भगवान विष्णु का वास माना जाता है। इस दिन केले के पेड़ को काटना या उसे किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाना अशुभ माना जाता है।
  • बाल, नाखून और कपड़े धोना: मान्यता है कि गुरुवार के दिन इन कार्यों को करने से धन और समृद्धि की हानि होती है। इस दिन बाल धोने या कटवाने से सख्त मनाही है। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से संतान और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ता है।
  • नाखून काटना: गुरुवार के दिन नाखून काटना भी अशुभ माना जाता है।
  • कपड़े धोना: इस दिन कपड़े धोने से भी बचना चाहिए।
  • उधार न दें: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरुवार को किसी को पैसा उधार देने से गुरु ग्रह कमजोर होता है, जिससे जातक की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है।
  • उधार न लें: वहीं, इस दिन उधार लेने से कर्ज चुकाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए इस दिन आर्थिक लेन-देन से बचना चाहिए।
  • पीली चीजों का अपमान या त्याग: देव गुरु बृहस्पति को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। यह रंग सुख, सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक है। व्रत में पीली वस्तुओं, खासकर हल्दी या केसर का निरादर न करें। इन्हें पूजा में अवश्य शामिल करें। इस दिन पीली वस्तुओं (पीले वस्त्र, पीले फूल, पीली मिठाई) का उपयोग और दान करने से पुण्य मिलता है। इनकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए।