अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत और पूजन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं होती है पूरी
Anant Chaturdashi Upaay, (आज समाज), नई दिल्ली: मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी के दिन व्रत और पूजन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है और अनंत सूत्र हाथों में बांधने से भक्तों को सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि भगवान विष्णु को अर्पित किया जाने वाला 14 गांठों वाला यह रक्षासूत्र 14 लोको का प्रतिनिधित्व करते हैं। यही कारण है कि इस सूत्र को हाथ में बांधने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
इतना ही नहीं अनंत चतुर्दशी का व्रत रखने से अक्षय पुण्य फल की प्राप्ति भी होती है। अगर आप भी अनंत चतुर्दशी की पूजा करते हैं तो आपको सबसे पहले यहां से इसकी पूजा सामग्री लिस्ट नोट कर लेनी चाहिए।
अनंत चतुर्दशी पूजा सामग्री
- भगवान विष्णू, माता लक्ष्मी और शेशनाग की फोटो
गणेश जी की फोटो - पीला कपड़ा
- अनंत चतुर्दशी व्रत कथा किताब
- रोली
- चंदन
- अक्षत
- सफेद तिल
- सिदूर
- दीपक
- मौली
- हल्दी गांठ
- सुपारी
- जनेऊ
- एक लोटा जल
- धूप बत्ती
- कपूर
- 14 गांठ वाले अनंत सूत्र
- दक्षिणा
- माचिस
- गंगा जल
- अशोक के पत्ते
- फल और मिठाई
- फूल
- तुलसी
- श्रृंगार का सामान
इन चीजों का नहीं करना चाहिए सेवन
- दही को भी सफेद खाद्य पदार्थों में गिना जाता है। इस दिन दही खाने से व्रत की पवित्रता भंग होती है और शुभ फल प्राप्त नहीं होता।
- अनंत चतुर्दशी के व्रत में भूलकर भी नमक का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे परिवार पर नकारात्मक असर पड़ता है।
- मान्यता है कि इसके बुरे परिणाम 14 साल तक भुगतने पड़ते हैं। घर से सारी खुशियां चली जाती हैं। राजा से रंक बनने की नौबत आ जाती है।
- चावल सफेद अनाज माना जाता है। व्रत के दिन इसका सेवन वर्जित होता है। मान्यता है कि इस दिन चावल खाने से व्रत का फल कम हो जाता है।
मान्यता
मान्यता है कि सफेद पदार्थ चंद्रमा और शीतल ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं, जबकि अनंत चतुर्दशी का संबंध तप, संयम और व्रत की कठोरता से जुड़ा है। ऐसे में सफेद वस्तुओं का सेवन व्रत के प्रभाव को कम कर देता है और व्रत करने वालों को संपूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।
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