• रोक के बावजूद जमकर फोड़े गए पटाखे, लोगों ने एक दूसरे के घर जाकर बांटी मिठाइयां

खूब बिका गन्ना और केले के पत्ते

Jind News(आज समाज) जींद। जिलेभर में सोमवार को दीपवाली पर्व श्रद्धा व धूमधाम से मनाया गया। रोक के बावजूद जिलाभर में लोगों ने देर रात तक आतिशाबाजी की। पटाखों की आवाज दूर-दर तक सुनाई दे रही थी। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा आतिशबाजी बिक्री पर रोक लगाई हुई थी। बावजूद इसके पटाखों की जमकर बिक्री हुई। देर रात तक लोग आतिशबाजी करते रहे। वहीं क्षेत्र में लोगों ने कान फोडऩे के लिए जुगाड़ का इस्तेमाल किया गया और पोटाश बम फोड़े। दीपावली पर जम कर आतिशबाजी भी की गई और कानों से आगे जाकर धरती तक को दहला देने वाले बम फोड़ कर प्रदूषण फैलाया गया। हर बार दीपावली पर प्रशासन और स्कूलों की तरफ से प्रदूषण रहित दीपावली मनाने का आह्वान स्कूली बच्चों और दूसरे लोगों से किया जाता है।

पटाखों, बमों और आतिशबाजी के धुएं से अस्थमा पीडि़त लोगों को सांस लेने में दिक्कत

इस बार भी दीपावली से पहले इस तरह का आह्वान किया गया लेकिन सोमवार रात को जब दीपावली मनाने की बात आई तो प्रकाश के इस उत्सव पर इतने धमाके और आतिशबाजी हुई कि प्रकाश का उत्सव इनके नीचे दब कर रह गया। रातभर बमों के धमाकों से धरती तक दहलती रही। इससे उन लोगों को काफी दिक्कत हुई। जिन्हें दिल की बीमारी है। पटाखों, बमों और आतिशबाजी के धुएं से अस्थमा पीडि़त लोगों को भी सांस लेने में जबरदस्त दिक्कत हुई। जींद जिले में रात भर लोग अपने घरों के बाहर निकल बम और पटाखे बजाते रहे।

दिन में लोगों ने बाजारों में जमकर खरीददारी की और रात को दोस्तों व रिश्तेदारों के घरों में मिठाइयां भेज कर दीपावाली की बधाई दी व आतिशबाजी की। बाजारों में उमड़ी लोगों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। दीपावली पर्व पर सोमवार सुबह से ही लोग बाजार पहुंचना शुरू हो गए। पूरे दिन बाजारों में गहमा गहमी रही। दुकानदारों ने भी ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए सेलें लगाई हुई थी।

पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए

शहर के पंजाबी बाजार, झांझ गेट, फव्वारा चौक, सर्राफा मार्केट,  कैंडी मार्केट, रानी तालाब पर पूरा दिन मेले जैसा माहौल रहा। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वैसे-वैसे बाजार में लोगों की संख्या भी बढ़ती गई। रात को लोगों ने अपने घरों व दुकानों के बाहर दीप जला कर दीपावाली का त्यौहार मनाया। लोगों ने एक दूसरे को मिठाइयां देकर दीवाली की मुबारकबाद दी। वहीं लोगों ने अपने घरों को लडिय़ो से सजाया हुआ था। जिनकी सुंदरात रात को देखते ही बन रही थी। इस बार दीयों का भी सर्वाधिक उपयोग हुआ। सोमवार रात दीपावली पर किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हो,  इसके लिए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए थे। पुलिस टीमें रातभर गश्त करती रही।

देवी व देवताओं के पोस्टरों की मांग

इस बार मकानों पर चायनीज लडिय़ों की चमक की जगह दीयों की जगमग दिखाई दे रही थी। घरों पर लोगों ने दीये लगाने के साथ-साथ मोमबत्तियां भी जलाई। वहीं बाजारों में भी लक्ष्मी तथा गणेश, बच्चों व सीनरी के पोस्टरों की बिक्री अधिक हुई। पोस्टर विक्रेता कपिल ने बताया कि देवी व देवताओं के पोस्टरों की मांग इस बार पिछली बार से अधिक रही। मिठाइयों की खरीद की अपेक्षा लोगों का रूझान देशी घी की जलेबी की खरीद पर रहा।

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