मोबाइल ऐप से कलेक्ट होगा डाटा, लोग खुद से भी सकेंगे अपनी जानकारी
Digital Census, (आज समाज), चंडीगढ़: हरियाणा में जनगणना डिजिटल तरीके से होगी। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत में 3 जिलों को चुना गया है। इन जिलों में पंचकूला, हिसार और फरीदाबाद शामिल है। इन जिलों में 10 से 30 नवंबर तक एक ट्रायल किया जाएगा। इसमें देखा जाएगा कि डिजिटल तरीके से जनगणना करने में कोई परेशानी तो नहीं आ रही है। पहली बार लोग खुद से भी जानकारी भर सकेंगे।

इसके लिए एक मोबाइल ऐप बनाया गया है। इससे कागज का काम कम हो जाएगा। 2027 में होने वाली जनगणना को देखते हुए सरकार ने यह फैसला किया है। ताकि लोगों की गिनती को पूरी तरह से डिजिटल किया जा सके। डिजिटल जनगणना का मतलब है अब कागज का इस्तेमाल कम होगा और कंप्यूटर और मोबाइल ऐप से काम किया जाएगा।

कागजी कार्रवाई समाप्त

हरियाणा के जनगणना संचालन निदेशक ललित जैन ने बताया कि भारत के जनगणना इतिहास में पहली बार स्व-गणना का उपयोग करके मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल रूप से डेटा एकत्र किया जाएगा, जिससे भारी कागजी कार्रवाई समाप्त हो जाएगी। जनगणना कार्यों के इतिहास में पहली बार, जनगणना के आंकड़े एक मोबाइल ऐप के जरिए स्व-गणना के जरिए एकत्र किए जाएंगे, जिससे भारी-भरकम कागजात की जरूरत नहीं पड़ेगी।

डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा

जैन ने बताया कि यह परियोजना भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है और आंकड़ा संग्रह एवं संकलन में नए मानक स्थापित करेगी। उन्होंने बताया कि इस बार मुख्य ध्यान जनगणना वेब पोर्टल के माध्यम से प्रशिक्षण और निगरानी पर होगा, जिससे सटीकता और दक्षता सुनिश्चित होगी। उन्होंने बताया, डेटा को तेजी से अंतिम रूप देने के लिए कोडित प्रतिक्रियांओं के माध्यम से न्यूनतम वर्णनात्मक प्रविष्टियां होंगी।

दो चरणों में होगी जनगणना

पूर्व-परीक्षण अभ्यास के तहत, गणना करने वाले आवास की स्थिति, उपलब्ध सुविधाओं और घरेलू परिसंपत्तियों के बारे में जानकारी एकत्र करेंगे। 10 नवम्बर के पूर्वाभ्यास से पूर्व, गणनाकारों के प्रशिक्षण सहित प्रारंभिक कार्य 17 अक्टूबर से शुरू होगा। अधिकारियों के अनुसार, जनगणना-2027 दो चरणों में आयोजित की जाएगी। अप्रैल से सितंबर 2026 तक मकान सूचीकरण चरण, उसके बाद फरवरी 2027 में जनसंख्या गणना चरण शुरू होगा।