जनता का सहयोग और विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है : शत्रुजीत कपूर
DGP Shatrujeet Kapoor | Exclusive interview | राममेहर शर्मा | भिवानी। हरियाणा राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर आईपीएस ने मंगलवार को भिवानी में बताया कि हरियाणा पुलिस का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और अपराध पर कड़ी लगाम लगाना है। 2023-24 व जून 25 के तुलनात्मक क्राइम डाटा से स्पष्ट किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बेहतर हो रही है।
हमारी प्राथमिकता न केवल अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करना है, बल्कि ऐसे प्रयास करना भी है जिससे अपराध की जड़ें खत्म हों। जनता का सहयोग और विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। आने वाले समय में हम आधुनिक तकनीक और सामुदायिक पुलिसिंग को और सशक्त बनाकर अपराध दर को और नीचे लाने का प्रयास करेंगे। हरियाणा में अपराध नियंत्रण को लेकर एक उत्साहजनक तस्वीर सामने आई है।
हत्या, डकैती और लूट के मामलों में लगातार गिरावट आई
राज्य पुलिस महानिदेशक ने वर्ष 2023, 2024, वर्ष 30 जून 2024 और 30 जून 2025 तक के वर्ष के पहले शुरूआती 6 माह के तुलनात्मक अपराध आंकड़े के माध्यम से बताया कि पिछले दो वर्षों में प्रदेश में अधिकांश अपराध श्रेणियों में लगातार कमी दर्ज की गई है। डीजीपी ने जानकारी दी कि हत्या, डकैती और लूट के मामलों में लगातार गिरावट आई है। वर्ष 2023 में हत्या के 1060 मामले दर्ज हुए थे, जो 2024 में घटकर 966 रह गए।
2025 के जून तक यह आंकड़ा और नीचे आता हुआ 452 पर पहुंच गया है, जो लगभग 7 प्रतिशत की अतिरिक्त कमी दशार्ता है।डकैती के मामलों में भी यह रुझान सकारात्मक है। 2023 में 131 मामले सामने आए थे, 2024 में घटकर 81 हुए और 2025 के जून तक यह और कम हो गए। लूट के मामलों में 2023 से 2024 के बीच 32 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई थी, वहीं 2025 के जून तक 30.13 प्रतिशत और कमी आई है।
महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस के विशेष प्रयास रंग ला रहे
डीजीपी कपूर ने बताया कि महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस के विशेष प्रयास रंग ला रहे हैं। बलात्कार (फंस्री) के मामले 2023 में 1811 थे, 2024 में घटकर 1388 हुए और 2025 के जून तक यह 565 पर सिमट गए। यानी दो वर्षों में 26 प्रतिशत से अधिक गिरावट। बलात्कार के प्रयास के मामले 2023 में 249 से घटकर 2024 में 115 रह गए, और 2025 के जून तक इसमें और 17.65 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई।
अपहरण और किडनैपिंग के मामलों में भी 2023 से 2025 तक करीब 16-17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के मामलों में 2023 में 2107 मामले थे, जो 2024 में घटकर 1370 हुए और 2025 तक इसमें 16.90 प्रतिशत की और कमी आई है। चोरी और सेंधमारी जैसे मामलों में भी पुलिस ने उल्लेखनीय सफलता पाई है। वर्ष 2023 में चोरी के 28,354 मामले दर्ज हुए थे, 2024 में यह 26,092 पर आ गए।
2025 के जून तक चोरी के मामलों में 6.55 प्रतिशत की और कमी आई है। सेंधमारी के मामले 2023 में 9250 से घटकर 2024 में 9063 रह गए। 2025 के जून तक इन मामलों में 13.27 प्रतिशत की और कमी आई है।दहेज हत्या के मामले 2023 में 198 थे, 2024 में घटकर 177 हुए और 2025 के जून तक और कम होकर 70 रह गए। यानी लगभग 17.65 प्रतिशत की गिरावट।एससी/एसटी एक्ट से जुड़े अपराध 2023 में 1539 थे, 2024 में घटकर 1047 हुए और 2025 में 15 प्रतिशत और कम हो गए।
साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए साइबर क्राइम यूनिट बनाई
डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि अपराध दर में आई यह लगातार कमी हरियाणा पुलिस की सख्त निगरानी, त्वरित कार्रवाई, आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल और जनता के सहयोग का परिणाम है। उन्होंने बताया कि शहरों में सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी को बढ़ाया गया है। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए विशेष साइबर क्राइम यूनिट बनाई गई है।महिलाओं की सुरक्षा हेतु पुलिस पेट्रोलिंग, महिला हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं।
नशा माफिया और संगठित अपराध के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। डीजीपी कपूर ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में अपराध पर और प्रभावी अंकुश लगेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस बल लगातार अपनी कार्यशैली को आधुनिक बना रहा है और जनता के सहयोग से हरियाणा को सुरक्षित राज्य बनाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
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