DGP OP Singh On Gun Culture, (आज समाज), चण्डीगढ़ : DGP ओपी सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो भी गन कल्चर के गाने मिलेंगे, उनको नोटिस करेंगे और उन्हें हटाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा इससे आज के बच्चों, युवाओं पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। इसमें कोई शंका नहीं होनी चाहिए कि ऐसे गानों से बच्चे खराब हो रहे हैं गन कल्चर के गाने गाने वालों को DGP ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि म्यूज़िक करिए लेकिन बदमाशों का ब्रांड एम्बेसडर बनने की कोई ज़रूरत नहीं है।

यह ड्रामा बंद करो यह नहीं चलेगा

DGP ओपी सिंह मीडिया को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यही गवैये मेरे आगे आकर रोते हैं कि मुझे इसकी धमकी आ गई, उसकी धमकी आ गई, मुझे पुलिस सुरक्षा दे दो। जब इन गायकों को पुलिस सुरक्षा दे दी जाती है तो यह लोग उनके साथ जाकर रील बनाते हैं। डीजीपी बोले कि हमने गन कल्चर के गानों को बढ़ावा देने वालों लोगों को कहा है कि यह ड्रामा बंद करो यह नहीं चलेगा, आप हमारे बच्चों को खराब मत करिए।

गन कल्चर प्रमोट करने वाले गायकों को सिंगर-कलाकार नहीं,अपराधी समझा जाए

डीजीपी ने सख्त लहजे में कहा कि गैंगस्टर और गन कल्चर को प्रमोट करने वाले गायकों को सिंगर या कलाकार नहीं, बल्कि अपराधी समझा जाए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार पिछले कुछ महीने से इस तरह के गन कल्चर पर आधारित विवादित गीतों को बैन कर रही है। सरकार द्वारा अब तक करीब नौ गायकों के 30 गीतों बैन किये जा चुके हैं। जिनमें मासूम शर्मा, गजेंद्र फोगाट, अमित सैनी, सुमित पारता, हर्ष संधू, अंकित बालयान, कुलबीर दनौदा आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कथित तौर पर बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने वाले, हिंसा का महिमामंडन करने और नफरत भड़काते वाले गानों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

ये भी पढ़ें: CJI Surya Kant : हरियाणा के लिए ऐतिहासिक पल : जस्टिस सूर्यकांत ने देश के 53वें CJI के रूप में ली शपथ, हिसार में जश्न का माहौल