बारिश और तेज हवाओं के साथ आधी मई गुजर जाएगी

Delhi Weather Update (आज समाज), नई दिल्ली : मार्च और अप्रैल में सामान्य से ज्यादा गर्मी का सामना करने के बाद दिल्ली वासियों के लिए मई अभी तक राहत भरा गुजरा है। आज 9 मई है और अभी तक एक दिन भी ऐसा नहीं बीता जिसमें तापमान 40 डिग्री तक या फिर उससे ज्यादा पहुंचा हो। मौमस विशेषज्ञों का कहना है कि 15 मई तक मौसम इसी तरह से खुशनुमा रहेगा जिससे चिलचिलाती गर्मी और लू से दिल्ली के लोगों को राहत मिलती रहेगी।

आज के लिए मौसम विभाग ने यह अलर्ट जारी किया

मौसम विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को बादल छाए रहेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान है। ऐसे में तेज सतकी हवाएं चलेंगी। हवा की गति अस्थायी रूप से 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। मौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक, पश्चिमी मध्य प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 1.5 से 7.6 किलोमीटर ऊपर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इस कारण से तीन से चार दिन हल्की बारिश होने की संभावना है। यही नहीं, 9 मई से एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बनेगा।

दिल्ली के इस हिस्से में सबसे ज्यादा रहा तापमान

आया नगर में सबसे अधिक तापमान रहा। यहां अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लोधी रोड व पालम में 35.9 और रिज में 36.0 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रहा। साथ ही, न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम के साथ 24.6 डिग्री दर्ज किया गया। रिज में न्यूनतम तापमान अन्य केंद्र के मुताबिक सबसे कम रहा। यहां न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। लोधी रोड में 23.0, आया नगर में 23.2 और पालम में 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

जल्द ही कृत्रिम बारिश करवाएगी सरकार

राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली में अब वैज्ञानिक तकनीक से बारिश कराई जाएगी। बीते दिनों दिल्ली कैबिनेट ने इसपर बड़ा फैसला लिया है। सीएम रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिल्ली कैबिनेट ने दिल्ली-एनसीआर के लिए क्लाउड-सीडिंग ट्रायल और मूल्यांकन प्रस्ताव के लिए मंजूरी दी है। इस परियोजना के जरिए राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण और कम बारिश से प्रभावी ढंग से निपटना आसान होगा। इस प्रोजेक्ट को आईआईटी कानपुर के दिशा निर्देश पर चलाया जाएगा, जो पूरे प्रोजेक्ट की योजना, एयरक्राफ्ट की तैनाती, केमिकल के छिड़काव, वैज्ञानिक मॉडलिंग और ट्रायल्स की निगरानी करेंगे। दिल्ली सरकार इस ट्रायल के लिए आईआईटी कानपुर को फंड जारी करेगी।

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