पर्यावरण मंत्री ने किया ऐलान, सीटीओ की मंजूरी 120 नहीं बल्कि मात्र 20 दिन में मिलेगी

Delhi News (आज समाज), नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने के लिए दिल्ली की वर्तमान सरकार हर तरह के प्रयास कर रही है। एक तरफ जहां पुराने वाहनों को सड़कों से हटाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दिल्ली के लोगों को पौधे लगाने की अपील की जा रही है। दिल्ली सरकार स्वंय इस साल लाखों की संख्या में पौधे रोपने का अभियान चला रही है। वहीं अब दिल्ली सरकार ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि वह ग्रीन कैटेगरी इंडस्ट्री को बढ़ावा देगी।

इस संबंधी जानकारी देते हुए पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने ग्रीन कैटेगरी इंडस्ट्रीज के लिए लाइसेंसिंग प्रक्रिया में सुधार कर व्यापार को आसान बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब कंसेंट टू आॅपरेट (सीटीओ) की मंजूरी 120 दिन के बजाय सिर्फ 20 दिन में मिलेगी। अगर तय समय में फैसला नहीं हुआ, तो आवेदन अपने आप मंजूर माना जाएगा। इससे लाइसेंस प्रक्रिया पारदर्शी और तेज होगी।

छोटे उद्योगपतियों को मिलेगा विशेष लाभ

सिरसा ने कहा कि इससे छोटे-मझोले उद्यमियों को लाइसेंस की उलझनों से राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब सीटीओ (यानि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिलने वाला अनुमति पत्र) की मंजूरी 120 दिन के बजाय सिर्फ 20 दिन में मिलेगी। यह सुधार अगले महीने अगस्त से लागू होगा। मंत्री ने कहा कि यह दिल्ली के व्यापारियों की पुरानी मांग थी इसलिए पुराने लाइसेंस सिस्टम की जटिलताओं को खत्म किया गया। यह डबल इंजन सरकार का कमाल है।

यह सुधार 65 से ज्यादा ग्रीन इंडस्ट्रीज, जैसे रेडीमेड कपड़े, आयुर्वेदिक दवाइयां, फर्नीचर, पैकेजिंग, आॅप्टिकल गुड्स, खिलौने और कोल्ड स्टोरेज को फायदा देगा। ये सेक्टर कम प्रदूषण वाले हैं और अब इन्हें तेज मंजूरी मिलेगी। सिरसा ने बताया कि ज्यादातर लघु और मध्यम उद्योग हैं, जो अब बिना देरी के काम शुरू कर सकेंगे।

सभी प्रक्रिया आसान व पेपरलेस होंगी

दिल्ली सरकार सिंगल विंडो सिस्टम लागू कर रही है, जिससे अप्रूवल प्रक्रिया आसान, पेपरलेस और पारदर्शी होगी। सिरसा ने कहा कि यह दिल्ली के उद्यमियों के लिए साफ संदेश है कि हम जिम्मेदार और तेज व्यापार के लिए तैयार हैं। यह सुधार दिल्ली के एमएसएमई सेक्टर को गति देगा और पर्यावरण संरक्षण को भी सुनिश्चित करेगा। उद्यमियों को अब न बेवजह दस्तावेज जमा करने होंगे, न ही देरी होगी।

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