Delhi Blast Investigation, (आज समाज), नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए बम धमाके के तार तो वैसे कई जगहों से जुड़ रहे हैं, लेकिन हरियाणा के मेवात और फरीदाबाद से जिस तरह इस वारदात की कड़ियां जुड़ रही हैं, उससे साफ है कि दिल्ली से सटे इन दोनों शहरों में बैठकर ही देश के दुश्मन दिल्ली व अन्य शहरों को दहलाने की साजिश रच रहे थे। इसमें भी कोई दो राय नहीं कि अगर जम्मू-कश्मीर पुलिस डॉक्टर आदिल को गिरफ्तार न करती तो दुश्मन अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते।
आदिल को सहारनपुर से गिरफ्त में लिया था
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ही सबसे पहले डॉक्टर आदिल को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्त में लिया था। वह वहां एक अस्पताल में नौकरी कर रहा था। उससे पूछताछ के बाद ही जम्मू-कश्मीर पुलिस दिल्ली ब्लास्ट में गिरफ्तार किए गए अन्य डाक्ॅटरों, मुज्जमिल, उमर और डॉक्टर शाहीन तक पहुंची थी। दरअसल, कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाया गया था और जम्मू-कश्मीर पुलिस इस पोस्टर की तफ्तीश के तहत ही डॉक्टर आदिल तक पहुंची थी। उसे 5 नवंबर को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था।
बचाने का पूरा श्रेय जम्मू-कश्मीर पुलिस को
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व खुफिया विभाग के सीनियर अफसरों ने यह जानकारी दी है। इस तरह अगर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पोस्टर की तफ्तीश न की होती तो देश के दुश्मन अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते। इसलिए सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि देश के दहलाने से बचाने का पूरा श्रेय जम्मू-कश्मीर पुलिस को दिया जाएगा। इसके बाद मौलवी इरफान अहमद को भी अरेस्ट किया गया। पूछताछ में आदिल ने शाहीन व अन्य डॉक्टरों के नाम बताए। इसके बाद फरीदाबाद जिले में 9 नवंबर को भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ।
डॉक्टर शहीन ने मेवात में तैयार किए थे 60 लड़ाके
दिल्ली पुलिस का कहना है कि डॉ. शाहीन ने मेवात व आसपास के इलाकों में 60 से ज्यादा लड़ाके (स्लीपर सेल) तैयार कर लिए थे। वह इन्हें ट्रेनिंग दे रही थी और साथ ही उनका ब्रेनबॉश कर रही थी। इनमें अधिकतर, डॉक्टर व चिकित्सा से जुड़ हैं। पुलिस इनकी धर पकड़ के लिए लगातर दबिश दे रही है। अब तक 25 से ज्यादा युवक हिरास में लिए हैं। सूत्रों के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद के इस डॉक्टर माड्यूल ने 32 कारों के जरिये ं पूरे देश को दहलाने की साजिश रची थी।
दिल्ली में बड़ा हवाला नेटवर्क सक्रिय
एक अधिकारी के अनुसार जांच एजेंसियों को इनपुट मिला है कि हवाला का एक बड़ा नेटवर्क दिल्ली में एक्टिव है और अल-फलाह यूनिवर्सिटी से शुरू हुए सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल को इसी नेटवर्क के जरिये फंडिंग पहुंच रही थी। डॉक्टर मुज्जमिल, उमर और शाहीन मेवात के एक एजेंट के जरिये इस नेटवर्क से जुड़े थे।