Toxic Cough Syrups Case, (आज समाज), रायपुर: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप के कारण कथित तौर पर हुई 24 बच्चों की मौत के मामले में जांच लगातार जारी है। मामले के आरोपियों की धर पकड़ के लिए लगातार कोशिशें जारी हैं और इसी कड़ी में सहआरोपी ज्योति सोनी (Jyoti Soni) पुलिस के हत्थे चढ़ गई है। विशेष जांच दल (SIT) ने सोमवार को एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सरकारी डॉक्टर प्रवीण सोनी (Praveen Soni) की पत्नी व मामले की सहआरोपी ज्योति को छिंदवाड़ा ज़िले के परासिया से दबोचा।
पति की गिरफ्तारी के कई हफ़्तों तक फरार रही ज्योति
बता दें कि एसआईटी कफ सिरप मामले की जांच कर रही है। ज्योति सोनी अपने नाम से मेडिकल स्टोर चलाने वाली सोनी अपने पति की गिरफ्तारी के बाद कई हफ़्तों तक फरार रही। उस पर तमिलनाडु स्थित श्रीसन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित कोल्ड्रिफ कफ सिरप की बिक्री और वितरण से जुड़े अहम सबूतों से छेड़छाड़ और उन्हें नष्ट करने का आरोप है।
सिरप के ज़हरीले बैच में पाया गया था 48.6% डीईजी
सिरप के ज़हरीले बैच में 48.6% डाइएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) पाया गया था – एक औद्योगिक विलायक जो बच्चों में किडनी फेल होने और मौत का कारण बनता है। गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए, एसआईटी प्रमुख एसडीओपी परासिया जितेंद्र जाट ने बताया, उसे परासिया से गिरफ्तार किया गया और आज मंगलवार को अदालत में पेश किया जाएगा। वह फरार थी और घटना के बाद बेंगलुरु जैसी कई जगहों पर गई थी।
मामले में सातवीं आरोपी हैं ज्योति सोनी
ज्योति सोनी मामले में सातवीं आरोपी है। विस्तृत जांच जारी है। इससे पहले गिरफ्तार किए गए लोगों में श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के मालिक जी रंगनाथन, कंपनी केमिस्ट के माहेश्वरी, डॉक्टर प्रवीण सोनी, एक स्थानीय फार्मासिस्ट, एक दवा थोक व्यापारी और बंद हो चुकी कंपनी से जुड़े छिंदवाड़ा स्थित एक मेडिकल प्रतिनिधि शामिल हैं।