अमृत योजना के तहत ठेकेदार को बिना काम के एडवांस पेमेंट करने पर हुई कार्रवाई
Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में गत दिवस सीएम नायब ने नगर निगम के पूर्व पूर्व चीफ इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया। सीएम नायब सैनी यहां पर मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी की मीटिंग लेने पहुंचे थे। चीफ इंजीनियर बीके कर्दम पर यह कार्रवाई अमृत योजना के तहत बिना काम के ठेकेदार को एडवांस पेमेंट करने के चलते हुई। इससे पहले चीफ इंजीनियर को चार्जशीट भी किया गया था। इसके साथ ही सीएम ने चीफ इंजीनियर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए है। फिलहाल बीके कर्दम हिसार नगर निगम में तैनात है। अप्रैल 2025 में उनका तबादला हो गया था।

ठेकेदार को 80 फीसदी पेमेंट का किया भुगतान, काम अभी तक अधूरा

साल 2019 में अमृत योजना के तहत 150 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज लाइन, जलापूर्ति और बरसाती पानी निकासी का काम शुरू हुआ था। 5 साल बाद भी ठेकेदार की ओर से काम पूरा नहीं किया गया। जबकि नगर निगम की ओर से ठेकेदार को 80 फीसदी भुगतान किया जा चुका था। ठेकेदार ने कई स्थानों पर सीवर लाइन अधूरी छोड़ दी।

सर्वे रिपोर्ट में हुआ खुलासा

लाइन को मुख्य लाइन से नहीं जोड़ा। इसके साथ ही सीवर लाइन को एसटीपी लाइन से जोड़ने का काम किया जाना था। वह काम भी अधूरा है। अमृत योजना के तहत होने वाले काम के लिए थर्ड पार्टी वेब कोर्स एजेंसी बनाई गई थी। एजेंसी को ही सर्वे कर पुष्टि करनी थी कि काम पूरा हुआ है या नहीं। एजेंसी की रिपोर्ट में सामने आया कि चीफ इंजीनियर कार्यालय की ओर से भुगतान किया गया।

ठेकेदार काम करने से कर चुका मना

कुछ दिन पहले शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने अमृत योजना के कार्यों को लेकर सेक्टर-16 सर्किट हाउस में बैठक बुलाई थी। इसमें चीफ इंजीनियर बीके कर्दम, कार्यकारी इंजीनियर नितिन कादियान और बृजगोपाल कंपनी के ठेकेदार भी मौजूद थे। बैठक में मंत्री ने लंबित सभी कार्यों को पूरा करने के आदेश दिए। जिस पर ठेकेदार ने बैठक में ही आगे काम करने से मना कर दिया। इस पर मंत्री का गुस्सा और भी बढ़ गया। 2 महीने पहले ही चीफ इंजीनियर बीके कर्दम को सरकार ने चार्जशीट किया था।

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